यूं तो अपनी अनुपम सौंदर्यता के लिए समस्त विश्व में सर्वविख्यात जम्मू-कश्मीर हमेशा से कुछ न कुछ मसलों को लेकर सुर्खियों के बाजार में छाया ही रहता है. कभी वहां की संस्कृति, तो कभी वहां के लोग, तो कभी वहां की सियासत, सुर्खियों के बाजार में छाई ही रहती है, लेकिन इस बार जिस वजह से जम्मू-कश्मीर सुर्खियों के बाजार में छाने जा रहा है, वो वजह न तो वहां की संस्कृति है, न ही वहां के लोग और न ही वहां का कोई स्थानीय मसला, बल्कि इस बार जम्मू-कश्मीर सेब की अपनी बंपर पैदावार को लेकर सुर्खियों के बाजार में छाने जा रहा है.
यह तो फिलहाल हमें आपको बताने की जरूरत नहीं है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा सेब की भारी पैदावार को लेकर चर्चा में रहता है. हमेशा से ही जम्मू-कश्मीर के सेबों की भारी मांग रहती है, लेकिन इस बार वहां के स्थानीय लोगों व सेब की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि मौसम के अनुकूल होने की वजह से सेब की भारी पैदावार होने जा रही है.
दरअसल, पिछले वर्ष मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों की वजह से सेब की पैदावार में नकारात्मक असर पड़ा था, लेकिन इस बार मौसम की परिस्थितियां सेब के पैदावार के बिल्कुल अनुकूल रहा है, जिसके चलते यह माना जा रहा है कि इस बार सेब की भारी मात्रा में उत्पादन होगा, लिहाजा उन सभी किसानों को, जो सेब का उत्पादन करते हैं, उनकी तो समझिए लॉटरी लग गई.
बहरहाल, अब सेब में दवाई का छिड़काव शुरू हो चुका है. सेब के उत्पादन को लेकर किसान भाई काफी उत्सुक नजर आ रहे हैं. इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए स्थानीय ग्रामीण अब्दुल रहमान कहते हैं कि, 'हालांकि विगत वर्ष सेब की पैदावार नहीं हुई थी.
सेब के उत्पादन में भारी कमी देखने को मिली थी, जिसके चलते हमें भारी मुनाफा नहीं देखने को मिला था, लेकिन इस बार जिस तरह की परिस्थितियां देखने को मिल रही है, जिस तरह के मौसम के सुरत-ए-हाल नजर आ रहे हैं, उसके मद्देनजर सेब की बंपर पैदावार होने की संभावना जताई जा रही है.