किसान अधिक मुनाफे के लिए व्यावसायिक खेती (Commercial Farming) की ओर अपना रुझान बढ़ा रहे हैं. व्यावसायिक खेती किसानों के लिए काफी मुनाफेदार भी साबित होती है. मध्य प्रदेश के जिलों में इन दिनों किसान संतरे की उन्नत किस्मों की खेती कर बाज़ार में ऊँची कीमत का लाभ उठा रहे हैं.
दरअसल, राज्य में राष्ट्रीय उद्यानिकी मिशन योजना (National Horticulture Mission Scheme) की शुरुआत की गयी थी, जिसका मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश शासन द्वारा उद्यानिकी के क्षेत्र में राज्य को अग्रणी बनाना है. इसके साथ ही कृषि पर आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना है. किसानों को खेती की ओर प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना (Project ) के तहत सब्सिडी दी जाती है.
राज्य के कई किसान लाभ उठाकर संतरे की उन्नत खेती (Improved Cultivation Of Oranges ) कर रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में लगभग 4500 किसान इस उन्नत फल की खेती कर रहे हैं. वर्तमान समय में जिले में करीब 3933 हेक्टेयर क्षेत्र में पर संतरे की खेती होने लगी है.
विदेशों में हो रहा संतरे के फल का निर्यात (Export Of Orange Fruit Happening Abroad)
किसानों का कहना है कि इन दिनों संतरे के फल का उत्पादन और गुणवत्ता दोनों के मामले में बेहतर है. इसकी मांग भी विदेशों में काफी बढ़ती नजर आ रही है. इसकी गुणवत्ता के चलते नागपुर जिले के किसान भी संतरे की खरीद कर इसका विदेशों में निर्यात कर रहे हैं. वहीँ, उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, जिले में संतरे की सबसे अधिक बागवानी तराना, महिदपुर तथा खाचरौद विकासखंडों में हो रही है, जहां के किसानों को बड़ा फायदा हो रहा है.
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बाज़ार में संतरे की कीमत (Price Of Oranges In The Market)
मध्यप्रदेश में उत्पादित यह संतरे की क्लालिटी इतनी बढ़िया कि किसानों को इनको बेचने के लिए मंडी में जाने की जरुरत नहीं पड़ रही है. यह संतरा खेत से ही 38 रुपए किलो के भाव से बिक रहे हैं.