Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 23 April, 2020 1:45 PM IST
Zaid Crops

जैसे-जैसे अप्रैल माह समाप्ति की ओर है, वैसे-वैसे गर्मी का रूप विकराल होता जा रहा है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मई में पारा 47 डिग्री को पार कर सकता है. ऐसे में स्वयं के साथ-साथ फसलों की सेहत का ख्याल रखा जाना भी जरूरी है. आपको पता ही है कि गर्मियों का असर पौधों एवं फसलों पर भी पड़ता है, जिस कारण सिंचाई का खर्च बढ़ जाता है.

वर्तमान में रबी की फसलों में गेहूं की फसल कट रही है या कट चुकी है, जिसके लिए ये मौसम अच्छा भी है, लेकिन जायद की फसलों के लिए अधिक गर्मी का होना सही नहीं है. विशेषकर उड़द, मूंग, मेंथा, मक्का और गन्ने पर तेज गर्म हवाओं का खराब असर पड़ता है. चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आप अपनी फसलों को गर्मी के प्रकोप से बचा सकते हैं.

हरी सब्जियों समेत मूंगफली, मक्का, बाजरा, उरद, मूंग आदि को तेज चिलचिलाती धूप से बचाने की जरूरत होती है. हीटवेव के कारण ये फसले जल सकती है. वहीं तेज लू के कारण फसलों की कटाई और मड़ाई में किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

ऐसे करें फसलों की रक्षा (How to protect crops)

उरद व मूंग की फसलों को गर्मी से बचाने के लिए सिंचाई बहुत अधिक न करें. ध्यान रहे कि सिंचाई के बाद खेतों में पानी नहीं रहना चाहिए. वैसे बेहतर तो यही होगा कि सिंचाई का काम सूर्यास्त के बाद ही किया जाए.

यह खबर भी पढ़ें : काले गेहूं की खेती करने का आसान तरीका, साथ ही पढ़िए उपज और स्वास्थ्य लाभ

मिट्टी को बनाए रखें भूरभूरा (Keep the soil brown)

इन फसलों को भीषण गर्मी से बचाने के लिए खेतों की निराई, गुड़ाई करते रहें, जिससे मिट्टी भुरभुरी बनी रहे और नमी संरक्षित रहे.

अगर आप आम, नीबू और पपीते की खेती करते हैं तो सिंचाई का काम तेज धूप में न करें. इन पौधों को गर्मी से बचाने के लिए छाया (प्लांट शेड) प्रदान करें. अगर आपके पास पशु हैं तो उन्हें हैंडपंप का ताजा व स्वच्छ पेयजल ही पिलाएं और दिन के समय उन्हें छायेदार जगह पर ही बांधें.

English Summary: this is how you can protect Zaid crops from summer heat waves know more about it
Published on: 23 April 2020, 01:47 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now