मानसून में Kakoda ki Kheti से मालामाल बनेंगे किसान, जानें उन्नत किस्में और खेती का तरीका! ये हैं धान की 7 बायोफोर्टिफाइड किस्में, जिससे मिलेगी बंपर पैदावार दूध परिवहन के लिए सबसे सस्ता थ्री व्हीलर, जो उठा सकता है 600 KG से अधिक वजन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Karz maafi: राज्य सरकार की बड़ी पहल, किसानों का कर्ज होगा माफ, यहां जानें कैसे करें आवेदन Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Krishi DSS: फसलों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से सरकार ने लॉन्च किया कृषि निर्णय सहायता प्रणाली पोर्टल
Updated on: 23 October, 2019 4:51 PM IST
Poly House Farming

हिमाचल प्रदेश में जल्द ही पॉली हाउस का मॉडल बदलने वाला है. यहां के कृषि विभाग ने भी इसके लिए तैयारी को शुरू कर दिया है. विभाग को इस बदलाव के लिए सहमति का बेसब्री से इंतजार है. समय के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में टेक्नॉलोजी बदलती जा रही है जिसके सहारे आज कृषि क्षेत्र लगातार तेजी से आगे बढ़ रहा है. 

दरअसल हिमाचल प्रदेश का कृषि विभाग जापान के मॉडल के आधार पर प्रदेश के नए मॉडल को लागू करने जा रहा है, इसमें दो से तीन मॉडल है जिनको विभाग प्रदेश में लाने का कार्य कर रहा है. इसके लिए पूरी तरह से खाका तैयार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि विभाग ने इसके डिजाईन को भी विकसित कर लिया है. इन मॉडलों के लागू होने के पहले जो कमियां पॉली हाउस में पाई जा रही थी वह अब सामने नहीं आएगी.

नाबार्ड से मांगी गई स्वीकृति

यहां पर पॉली हाउस के डिजाइन के लिए और उसके मॉडल के लिए नाबार्ड को एप्रुवल भेजी गई है. जैसे ही इसको नाबार्ड अप्रुव करेगा. वैसे ही कृषि विभाग किसानों को नये मॉडल लगाने में प्रदेश में स्वीकृति देगा, क्योंकि जो मॉडल यहां पर स्थापित किए जाएंगे वह पहले ही जापान में सफल रहे है.

इन पॉली हाउस के मॉडल में जो बदलाव किया गया है उनमें दो तीन प्रकार के मॉडल बनाए गए है. सभी मॉडल जापान के ही है. इसमें एक साधारण मॉडल तो दूसरा हाईड्रोपोनिक मॉडल और तीसरा हायर टेक्नोलॉजी का मॉडल भी शामिल है. इस तरह की तकनीकों को अपनाकर किसान बेहतर उत्पादन पा सकते है.

सब्सिडी में बदलाव नहीं

पॉली हाउस को लगाने पर जो सब्सिडी 85 प्रतिशत पहले किसानों को मिलती थी वही इस बार भी मिलेगी. इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. ताकि किसानों के लिए पॉली हाउसों में ज्यादा उत्पादन हो सके. इस बारे में डायरेक्टर ने कहा कि डिजाईन और तकनीक के बारे में ज्यादा नहीं बताया जा सकता है. अभी इसकी अपूरवल मांगी गई है.यह सही है कि नए मॉडल से पॉली हाउस में ज्यादा उत्पादन होगा.

English Summary: There will be such a subsidy for installing poly houses in Himachal
Published on: 23 October 2019, 04:56 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now