बिहार की दशा और दिशा को बदलने के लिए राज्य सरकार लगातार कार्यरत है. ऐसे में जमीनी स्तर से कामों को शुरू किया जा रहा है, ताकि विकास का सही पहलू राज्य में देखा जा सके. सड़क और परिवहन की बात करें, तो बिहार कई राज्यों को पीछे छोड़ आगे निकल चुका है.
नीतिश कुमार की सरकार ने हर शहर, हर गाँव को सड़क से जोड़ते हुए विकास की नई परिभाषा दिखाई है. ऐसे में अब नीतीश सरकार नें सड़कों पर सोलर स्ट्रीट लाइट लगवाने का ऐलान किया है. रातों के इस अँधेरे को दूर करने से ना सिर्फ आवाजाही में आसानी होगी, बल्कि कई दुर्घटनाएं और अपराधों पर भी अंकुश लगेगा. इसी क्रम में बिहार सरकार नें एक बड़ा फैसला लिया है.
ग्रामीण इलाकों में लगेगा सोलर स्ट्रीट लाइट (Solar street light will be installed in rural areas)
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात निश्चय-2 के अंतर्गत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना की समीक्षा बैठक की. इस बैठक के बाद समिति और नीतीश कुमार ने सोलर लाइट योजना का क्रियान्वयन 15 अप्रैल से शुरू करने का निर्देश दिया है. नीतीश कुमार ने कहा कि इसकी शुरुआत होने से गांवों के रास्ते और महत्वपूर्ण स्थान सोलर लाइट से रोशन होंगे. मुख्यमंत्री कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. ट्रायल पीरियड पर विभाग इसे सभी जिलों के कम से कम एक-एक पंचायत में शुरू कराएं, ताकि ये देखा जा सके की इसको लेकर क्या प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है.
बेहतर होगी व्यवस्था (Better arrangement)
नीतीश कुमार के मुताबिक, सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने के साथ-साथ उसके रख-रखाव और सतत् निगरानी की बेहतर व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जाएगी. सरकार का उद्देश्य है कि सोलर स्ट्रीट लाइट के माध्यम से लोगों को लगातार लाभ मिलता रहे. उन्होंने कहा कि इसकी निर्माण इकाई को राज्य में ही स्थापित करने के लिए उद्यमियों को प्रेरित करें, ताकि सोलर लाइट के अवयवों का उत्पादन भी यहीं हो, साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिले.
15 अप्रैल से शुरू होगा सोलर लाइट लगाने का काम (The work of installing solar lights will start from April 15)
वहीँ सात निश्चय पार्ट 2 के अंतर्गत बिहार के सभी गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाया जाना है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सात निश्चय पार्ट 2 की समीक्षा बैठक की. इस बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि 15 अप्रैल से गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का काम शुरू किया जाए.
योजना की कुल लागत (Total cost of the plan)
बैठक में किए गए फैसलों के बारे में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि स्ट्रीट लाइट लगाने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है. तत्काल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से निर्देश दिया गया है कि सभी जिलों में डेमो के तौर पर एक-एक पॉइंट स्ट्रीट लाइट का लगाया जाए.
वहीँ इस योजना में कुल 2000 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होगी. प्रत्येक वॉर्ड में 10-10 स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी. ये सभी स्ट्रीट लाइटें काफी हाईटेक होंगी. 72 घंटे तक यदि सूर्य का प्रकाश नहीं मिलेगा, तब भी ये लाइट जलेंगी. इसके साथ ही इन लाइटों में सेंसर लगा होगा, जिससे शाम होते ही यह ऑन हो जाएंगी और सुबह की रोशनी मिलते ही सेंसर सारी लाइटें बंद कर देंगे. हालांकि, यह अन्य शहरों में काफी पहले से राज्य सरकारों द्वारा शुरू किया जा चुका है. ऐसे में बिहार सरकार और अधिकारियों को अधिक दिक्कतें नहीं होंगी.
अप्रैल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस योजना का उद्घाटन करेंगे और इसी वित्तीय वर्ष में बिहार के सभी गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट लगा दी जाएंगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव सहित कई विभाग के अधिकारी शामिल हुए.