मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया (MFOI) अवार्ड्स 2024 क्या है, और रजिस्ट्रेशन कैसे करें? बागवानी फसलों के लिए बेहद फायदेमंद है समुद्री शैवाल के अर्क, जानें उपयोग की विधि और लाभ! बैंगन एवं टमाटर की खेती में लगने वाले बैक्टीरियल विल्ट रोग के कारण, लक्षण, जानें कैसे करें प्रबंधित केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक शहरी मधुमक्खी पालन की ओर बढ़ रहा लोगों का रुझान, यहां जानें सब कुछ
Updated on: 6 October, 2021 3:59 PM IST
Oil

कई बार होटलों या दुकानों से कुछ खा लेने की वजह से हमारी सेहत खराब होने लगती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि वहां का खाद्य तेल बार-बार प्रयोग में लाया जाता है, जो शरीर के लिए नुकसानदेह होता है. इससे कैंसर मधुमेह जैसी बीमारियां हो सकती हैं.

मगर अब भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने नियम बनाया है, जिसके तहत पकौड़ी, समोसा, पूड़ी आदि बेचने वाले दुकानदार खाद्य तेल को 3 बार से ज्यादा उपयोग नहीं कर सकेंगे. इस नियम का पालन कराने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग दुकानदारों की सूची भी तैयार कर रहे हैं.

ड्रोम मशीन बताएगी टीपीसी

प्राधिकरण की तरफ से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को एक ड्रोम मशीन दी गई है.  इस मशीन के जरिए खाद्य तेल में टोटल पोलर कंपाउंड (टीपीसी) की जांच की जाएगी. अगर खाद्य तेल में टोटल पोलर कंपाउंड 25 से ज्यादा है, तो खाद्य तेल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.

बता दें कि टोटल पोलर कंपाउंड तब बढ़ता है, जब तेल को बार-बार गर्म किया जाता है. जब टोटल पोलर कंपाउंड मानक से ज्यादा होने लगता है, तो तेल का रंग काला और नीला हो जाता है. इसके साथ ही जरूरत से ज्यादा गाढ़ा भी हो जाता है. इससे खाद्य तेल में ट्रांस फैक्ट की मात्रा भी बढ़ जाती है. इसके अलावा तेल को बार-बार गर्म करने से फैट पार्टिकल्स भी टूट जाते हैं और उससे जो धुआं निकलता है, वह आंखों में जलन करता है.

सेहत से जुड़ी समस्याएं

बताया जा रहा है कि कई बार इस्तेमाल किया गया तेल शरीर के लिए काफी नुकसानदायक होता है.  अगर इसका इस्तेमाल लंबे समय तक किया जाए, तो इससे कैंसर, मधुमेह, मोटापे की समस्या हो सकती है. इसके साथ ही पेट, आंत और लिवर भी प्रभावित हो सकते हैं. इसके अलावा तेल से बने पदार्थ का सेवन करने से चक्कर आना,  जी मचलाना, पेट दर्द और गैस बनने की समस्या आ सकती है.

बायोडीजल बनाने वाली कंपनियां खरीदेंगी तेल

अब खाद्य विभाग द्वारा देखा जाएगा कि कि होटलों या दुकानों में माह में कितना तेल उपयोग में लाया जा रहा है. इसके साथ ही तेल तीन बार गर्म होने के बाद कितना बचता है और वे इस तेल का क्या करते हैं.

इसके अलावा दुकानदारों के मोबाइल में आयल ब्रदर्स ऐप डाउनलोड कराया जाएगा, ताकि वे बायोडीजल बनाने वाली कंपनी से अनुबंध कर तेल बेच सकें. इसके बाद कंपनियां उनके यहां डिब्बा रखेंगी, फिर महीने के आखिरी में तेल ले जाएंगी. इस तरह कारोबारी 3 बार तक गर्म किए गए तेल को बेचकर अच्छा पैसा कमा सकते हैं.

इतना ही नहीं, उनका बायोडीजल बनाने वाली कंपनियों से अनुबंध कराने की योजना भी बनाई गई है. बता दें कि विभाग के 26 खाद्य सुरक्षा अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में होटल, रेस्टोरेंट, स्ट्रीट वेंडर को चिह्नित कर रहे हैं. अभी करीब 190 कारोबारियों की सूची बनाई गई है, जिनके यहां हर महीने करीब 9 हजार लीटर प्रयोग किया गया खाद्य तेल निकलता है.

वाट्सएप ग्रुप पर देनी होगी जानकारी

अधिकारियों की तरफ से जानकारी मिली है कि एक वाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा, जिसमें कारोबारी को बताना होगा कि उसने कितना तेल यूज किया है और किस कंपनी को बेचा है. 

अगर उसने कंपनी बदल ली है, तो इस बात की सूचना भी देनी होगी. अगर कोई भी सूचना नहीं देता है, तो इस संबंध में खाद्य सुरक्षा अधिकारी जांच कर कार्रवाई भी कर सकते हैं.

English Summary: Shopkeepers will not be able to use edible oil more than 3 times
Published on: 06 October 2021, 04:04 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now