यदि किसानों को मेहनत का सही भाव मिल जाये तो देश को कभी अनाज की कमी नहीं पड़ेगी. इस कड़ी में उत्तर प्रदेश (UP) सहित हरियाणा राज्य (Haryana) में रबी फसल 2022-23 की खरीद (Rabi Season 2022-23 MSP) को लेकर बड़े कदम उठाएं गए हैं. साथ ही इसमें कोई झोलबाजी ना हो इसको लेकर भी नयी टेक्नोलॉजी (New Technology) का इस्तेमाल किया गया है.
72 घंटे में मिलेगा किसानों को पैसा (Farmers will get money in 72 hours)
सबसे पहले बात करते हैं यूपी की जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने 2022-23 के लिए रबी (Rabi) खरीद के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि फसल खरीद के 72 घंटे के भीतर किसानों के बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया जाए.
राज्य सरकार ने किसानों को उनकी उपज का सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करने में मदद करने के लिए नए उपकरण और तकनीक भी पेश की है. साथ ही खरीद केंद्रों पर किसानों या उनके अधिकृत प्रतिनिधियों के बायोमेट्रिक सत्यापन (Biometric Verification) के आधार पर की जा रही है.
रबी फसलों के लिए तय की गयी एमएसपी (MSP fixed for Rabi crops)
केंद्र ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2,015 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है, जो पिछले साल के 1,975 रुपये से 40 रुपये अधिक है. केंद्र सरकार द्वारा घोषित एमएसपी पर उत्तर प्रदेश फसल खरीद रहा है.
एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "गेहूं की खरीद (Wheat on MSP) के लिए पैसा फसल खरीद के 72 घंटे के भीतर किसानों के बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए."
विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अब तक 1,48,383 से अधिक किसानों ने अपनी उपज बेचने के लिए अपना पंजीकरण कराया है. वहीं किसानों की सुविधा के लिए कुल 4,593 केंद्र खोले गए हैं, जिनमें से 3,980 केंद्रों पर खरीद शुरू हो गई है.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मंडियों से फसल की समय पर उठान सुनिश्चित करने और मंडियों में किसानों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी अपने-अपने जिलों में गेहूं उपार्जन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करें ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो.
इसके अलावा, गेहूं की खरीद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, यूपी सहकारी संघ (PCF), यूपी सहकारी संघ लिमिटेड (PCU), मंडी परिषद, यूपी उपभोक्ता सहकारी संघ (UPS), एसएफसी और बीएफसी द्वारा की जाएगी.
वहीं दूसरी ओर हरियाणा (Haryana) के किसानों को फसल खरीद के 72 घंटे के भीतर शुरू हो रही रबी-2022 की गेहूं, चना और जौ की खरीद (Procurement of wheat, gram and barley for Rabi-2022) के लिए भुगतान किया जाएगा. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को अधिकारियों को फसल खरीद के 72 घंटे के भीतर किसान के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने के निर्देश दिए हैं.
मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल से किसानों को मिलेगी सुविधा (Farmers will get facility from Mera Crop, Mera Byora Portal)
चौटाला ने 'मेरी फसल, मेरा ब्योरा' पोर्टल पर अपलोड की गई फसलों के विवरण के अनुसार किसानों के बैंक खातों को अपडेट करने के भी निर्देश दिए और यह सुनिश्चित किया जाए कि फसल खरीद की राशि 72 घंटे के भीतर सीधे उनके खातों में भेजी जाए. साथ ही उन्होंने मंडियों में किसानों के लिए पर्याप्त पेयजल और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि सरसों की खरीद 93 मंडियों में की जाएगी, जबकि गेहूं के लिए 397 मंडियां, चना के लिए 11 मंडियां और जौ के लिए 25 मंडियां होंगी. इन फसलों में विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा सरसों 5,050 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं 2,015 रुपये प्रति क्विंटल, चना 5,230 रुपये प्रति क्विंटल और जौ 1,635 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा.