अगर आप पंजाब के किसान हैं, तो हम आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी लेकर आए हैं. दरअसल, पंजाब सरकार ने किसान और उनके परिवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना (Health Insurance Plan) के दायरे में लाने का फैसला किया है. राज्य सरकार का फैसला है कि साल 2021-22 के लिए लगभग 8.5 लाख किसानों और उनके परिवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा.
किसान करा पाएंगे मुफ्त इलाज
जानकारी के लिए बता दें कि राज्य के किसान 642 निजी और 208 सरकारी अस्पतालों में से किसी में भी बीमारियों का इलाज करा पाएंगे. इसके लिए उन्हें 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी. स्वास्थ्य योजना के लिए ‘जे’ फॉर्म और ‘गन्ना तौल पर्ची’ वाले सभी किसान पात्र होंगे. बता दें कि वित्त, सब्सिडी दावों और कर छूट का लाभ उठाने के लिए ‘जे’ फॉर्म की आवश्यकता होती है.
किसानों के लिए शुरू किया पोर्टल
इस योजना के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए पंजाब मंडी बोर्ड http://www.mandiboard.nic.in/ द्वारा पहली बार एक खास पोर्टल की शुरुआत की गई है. इसकी मदद से किसान खुद से आवेदन कर सकते हैं और उन्हें बाजार समिति कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
मुफ्त स्वास्थ्य बीमा लेने के लिए पात्रता
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इसका लाभ परिवार के मुखिया उठा सकते हैं.
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इसके साथ ही पति/पत्नी, पिता/माता, अविवाहित बच्चे, तलाकशुदा बेटी और उसके नाबालिग बच्चे लाभ ले सकते हैं.
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इसके अलावा विधवा बहू और उसके नाबालिग बच्चों को योजना का लाभ दिया जाएगा.
ऑनलाइन आवेदन करने की तारीख
इस साल पात्र किसान 20 अगस्त से किसान और उनके परिवार को योजना में कवर किया जाएगा. इसका लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इसके बाद सूचीबद्ध अस्पतालों से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं.
बता दें कि जो किसान पिछले साल आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत पंजीकृत हो चुके हैं, उन्हें फिर से रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता नहीं है.
उनके बीमा को पिछले साल के दस्तावेजों के आधार पर ही अगले साल के लिए बढ़ा दिया जाएगा. मंडी बोर्ड अध्यक्ष द्वारा बाजार समितियों को आदेश दिए गए हैं कि किसानों को कैशलेश इलाज की सुविधा देने में मदद की जाए. इसके साथ ही ध्यान रखें कि उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े.
बीमा कवर के लिए भुगतान
पंजाब मंडी बोर्ड के अध्यक्ष लाल सिंह द्वारा एक बयान में जानकारी दी गई है कि बोर्ड की तरफ से सभी किसानों के बीमा कवर के लिए प्रीमियम का भुगतान किया जाएगा. इसके साथ ही किसानों को हर साल 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी.
पिछले साल कवर किए गए किसान
पिछले साल स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत ‘जे’ फॉर्म और ‘गन्ना तौल पर्ची’ के आधार पर किसानों को कवर किया गया था. इसके तहत कवर किए गए किसानों की संख्या लगभग 5.01 लाख थी, जो अब लगभग 8.5 लाख तक पहुंच गई है. इसमें से लगभग 7.91 लाख किसानों के पास मंडी बोर्ड का ‘जे’ फॉर्म है और बाकी 55,000 गन्ना उत्पाद हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार द्वारा जनता के लिए स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की गई, जिसका नाम आयुष्मान भारत रखा गया. इस योजना के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को सालाना 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है.