देश में सौर उर्जा से बिजली (Solar Power Electricity) बनाने का काम लगातार जारी है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का उज्जैन ग्रीन एनर्जी (Green Energy) का पर्याय बन चुका है.
स्मार्ट सिटी उज्जैन (Smart city Ujjain) ग्रीन एनर्जी बनाने में नया कीर्तिमान रच रहा है. यहां लगातार सौर ऊर्जा बनाने का काम किया जा रहा है. इसके तहत यहां की बंजर भूमि (barren land) से लेकर छतों तक में बिजली की खेती हो रही है.
बिजली की खेती में उज्जैन सबसे आगे!(Ujjain at the forefront of electricity farming!)
दरअसल, एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल सिर्फ उज्जैन में ही सौर ऊर्जा से एक हजार करोड़ यूनिट से ज्यादा का बिजली का उत्पादन (electricity production) किया गया है. इस उत्पादन से बिजली कंपनियों पर जहां लोड कम पड़ रहा है, तो वही इससे पर्यावरण(Environment) भी सुरक्षित हो रहा है.
ये सब मुमकिन हो पाया है, क्योंकि यहां एक ओर जहां घरों की छतों पर सोलर प्लांट लगाये जा रहे हैं, तो वही दूसरी ओर खाली और बंजर भूमि पर भी सोलर प्लांट लगाये गए हैं. ये सोल प्लांट सोलर पॉवर पैक्स योजना के तहत निजी कंपनियों द्वारा लगाये गए हैं. ये कंपनियां पॉवर परचेस एग्रीमेंट के तहत उत्पादित करोड़ों यूनिट बिजली को बिजली कंपनी को बेच रही हैं.
ये भी पढ़ें:Free Solar Panel Yojana के अंतर्गत उठाएं मुफ्त बिजली का लाभ, जानिए कैसे?
फिल्टर प्लांट भी सोलर एनर्जी से संचालित (Filter plant is also powered by solar energy)
आपको बता दें कि उज्जैन ऐसा पहला शहर बन गया है, जहां फिल्टर प्लांट भी सोलर एनर्जी से संचालित किया जाता है. फिलहाल, सिर्फ उज्जैन शहर में ही 85 से ज्यादा सोलर सिस्टम प्लांट लगाए जा चुके हैं.
इन जगहों में लगाया गया है सोलर सिस्टम (Solar system has been installed in these places)
बता दें कि स्मार्ट सिटी होने के कारण बीते दो से तीन सालों में उज्जैन में सौर ऊर्जा को लेकर तेजी से काम देखने को मिल रहा है. इसके तहत अब तक शहर के 75 से अधिक सरकारी भवनों की छतों को चुना जा चुका है, जिनमें से अधिकतर जगहों पर सोलर प्लांट लगाये जा चुके हैं. अधिकारियों के मुताबिक, अगर सभी चयनित जगहों पर सोलर सिस्टम लग जाते हैं, तो बिजली का उत्पादन 500 किलो वॉट से अधिक होगा.