"सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजू-ए-कातिल में है", भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और लाल किले से राष्ट्र को संबोधित किया. 15 अगस्त का समारोह इस साल विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का प्रतीक है.
लाल किले पर पीएम मोदी के भाषण की मुख्य बातें (Highlights of PM Modi's speech at Red Fort)
- विकसित भारत की दिशा में काम करने, उपनिवेशवाद के किसी भी अवशेष को हटाने, अपनी जड़ों को बनाए रखने, विविधता में एकता सुनिश्चित करने और आगे बढ़ने के लिए पीएम मोदी ने 'अमृत काल' के लिए पांच संकल्प यानी "पंच प्रण" किए.
- 'हर घर तिरंगा' अभियान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'पिछले तीन दिनों में देखे गए तिरंगे के लिए देश के उत्साह की कल्पना कई विशेषज्ञों ने नहीं की होगी और यह देश के पुन: जागरण का प्रतीक है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, "नागरिक महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाबासाहेब अम्बेडकर और वीर सावरकर के आभारी हैं जिन्होंने कर्तव्य के रास्ते पर अपना जीवन दिया" और कहा कि उन्होंने राष्ट्र के निर्माण में मदद की.
- प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी समुदाय के योगदान को भी याद किया. अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में, पीएम मोदी ने कहा, “जब हम स्वतंत्रता संग्राम की बात करते हैं, तो हम आदिवासी समुदाय को नहीं भूल सकते. भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धू-कान्हू, अल्लूरी सीताराम राजू, गोविंद गुरु एक ऐसे असंख्य नाम हैं जो स्वतंत्रता संग्राम की आवाज बने और आदिवासी समुदाय को मातृभूमि के लिए जीने और मरने के लिए प्रेरित किया.
- भारतीय महिलाओं की ताकत को सलाम करते हुए, पीएम मोदी ने लाल किले पर अपने भाषण में कहा कि "हर भारतीय गर्व से भर जाता है जब वो भारत की महिलाओं की ताकत को याद करते हैं अब चाहे वह रानी लक्ष्मीबाई हो, झलकारी बाई, चेन्नम्मा हो.
- भारत की स्वतंत्रता के अवसर पर, पीएम मोदी ने भारत को "लोकतंत्र की जननी" कहा. उन्होंने कहा, 'भारत लोकतंत्र की जननी है. भारत ने साबित कर दिया है कि उसके पास एक बहुमूल्य क्षमता है, और 75 साल की अपनी यात्रा के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है.
- पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को महिलाओं का अनादर बंद करने का संकल्प लेने का एक शक्तिशाली संदेश दिया. उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि भाषण और आचरण में, हम ऐसा कुछ भी नहीं करते जो महिलाओं की गरिमा को कम करता हो."