Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 April, 2022 5:46 PM IST
सरकार ने पशुपालकों को दिए ये निर्देश

देश में पशुओं की सुरक्षा को लेकर सरकार समय-समय पर कई तरह के सख्त कदम उठाती रहती है. ताकि पशुओं को लेकर पशुपालन भाई सतर्क रह सके. इसी क्रम में राजस्थान सरकार ने पशुओं के लिए एक अहम कदम उठाया है. जिससे राज्य के पशुपालक भाई अपने पशु घर में एक गाय या भैंस और उसका बच्चा रख सकेंगे और वहीं अब खुले में पशुओं को छोड़ने पर भी 1 से 10 हजार रुपए तक जुर्माना लगाया जाएगा.

ये ही नहीं सरकार पशुपालकों से परिवहन राशि के तौर पर 300 से 500 रुपए प्रति पशु की वसूली भी करेगी. इसी के साथ हर रोज पशु चराई के लिए 100 रूपए तक की राशि ली जाएगी. इन सभी के लिए स्वायत्त शासन विभाग (Self-governance unit) की और से मॉडल बाइलॉज (model bylaws) को तैयार किया जाएगा. 

सरकार ने पशुपालकों को दिए ये निर्देश (The government gave these instructions to the cattle owners)

  • इस विषय में विभाग ने सभी निकायों को एक महीने के अंदर सरकार के इस नियम को लागू करने केभी निर्देश दिए हैं. साथ ही सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं, कि अब घर में पशुओं को पालने के लिए भी अपने नजदीकी निकाय से लाइसेंस लेना होगा. ताकि राज्य में सभी पशुपालकों की जानकारी सरकार के पास मौजूद हो.
  • राजस्थान सरकार ने पशुपालकों को यह भी निर्देश दिए हैं,कि अगर आपके पास निर्धारित संख्या से अधिक पशु हैं, तो आपका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा.
  • इसके अलावा अब घर में रहने वाले हर एक पशुओं की बारीकी से जांच की जाएगी.
  • जिन भी पशुओं पर किसी भी तरह का कोई मोहर नहीं लगी होगी. उसे लावारिस पशु मानकर नजदीकी गौशाला में भेज दिया जाएगा और वहीं अगर मोहर वाले पशु किसी सार्वजनिक स्थानों पर घूमते दिखाई दिए तो उनके मालिकों से जुर्माना वसूला जाएगा.
  • देखा जाए तो गांव व शहरों में अभी भी कई अवैध तरीकों से डेयरी को चलाया जाता है. जिसके चलते राज्य में कई मिलीभगत व कालाबाजारी के मामले भी सामने आते रहते हैं. सरकार की इस योजना से इस पर कार्यों पर भी रोक लगाई जाएगी.

पशु जुर्माना व परिवहन राशि पर एक नजर

नगर पालिका की सीमा

  • पहली बार सड़क पर पशु पकड़े जाने पर 1हजार रुपए तक का जुर्माना
  • दूसरी बार पशु के पकड़े जाने पर 1500रुपए तक जुर्माना
  • वहीं हर एक पशु पर परिवहन राशि के तौर पर 300 रुपए की वसूली की जाएगी.

नगर परिषद की सीमा में

इसमें नगर पालिका की तरह नियम बनाए गए है. जो कुछ इस प्रकार है...

  • पहली बार सड़क पर पशु पकड़े जाने पर 3 हजार रुपए तक का जुर्माना
  • दूसरी बार पशु के पकड़े जाने पर साढ़े चार हजार रुपए तक जुर्माना
  • वहीं हर एक पशु पर परिवहन राशि के तौर पर 400 रूपए की वसूली की जाएगी.

नगर निगम की सीमा में

  • पहली बार सड़क पर पशु पकड़े जाने पर 5 हजार रुपए तक का जुर्माना
  • दूसरी बार पशु के पकड़े जाने पर 10 हजार रुपए तक जुर्माना
  • वहीं हर एक पशु पर परिवहन राशि के तौर पर 500 रुपए की वसूली की जाएगी.
English Summary: Now you will be able to keep only one animal in the house, if you are seen roaming on the road, you will be fined up to 10 thousand
Published on: 09 April 2022, 05:53 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now