टिकाऊ कृषि के माध्यम से जायडेक्स कर रहा एक हरित भविष्य का निर्माण बाढ़ से फसल नुकसान पर किसानों को मिलेगा ₹22,500 प्रति हेक्टेयर तक मुआवजा, 5 सितंबर 2025 तक करें आवेदन बिना गारंटी के शुरू करें बिजनेस, सरकार दे रही है ₹20 लाख तक का लोन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 7 January, 2021 5:22 PM IST
Apple Cultivation

एप्पल की खेती भारत के ठंडे प्रदेशों जैसे जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में बड़े स्तर पर होती है. लेकिन अब मैदानी क्षेत्रों में भी सेब की खेती संभावनाएं तलाशी जा रही है. हाल ही में मध्य प्रदेश के कृषि वैज्ञानिकों ने प्रदेश में सेब की खेती के लिए प्रयोग करना शुरू कर दिया है. वैज्ञानिकों का कहना है कि मध्य प्रदेश में सेब की खेती की असीम संभावनाएं हैं. गौरतलब हैं कि इससे पहले उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और कर्नाटक राज्यों में सेब की खेती के सफल प्रयोग किए जा चुके हैं. इन प्रांतों के कई किसान एप्पल की खेती कर रहे हैं.

हरिमन-99 किस्म

जबलपुर स्थित कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन का कहना हैं कि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा प्रदेश में सेब की हरिमन-99 किस्म पर प्रयोग शुरू हो गया है. इसके लिए हरिमन-99 किस्म के पौधे  रोपित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि यह प्रयोग जवाहर मॉडल के तहत किए जा रहे हैं. जबलपुर और उसके आसपास के जिलों में सेब की खेती की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं.

लघु और सीमान्त किसानों को मिलेगा फायदा

विश्वविद्यालय के प्रधान वैज्ञानिक और सालों से जवाहर मॉडल पर काम कर रहे डॉ. मोनी थॉमस का कहना है कि जवाहर मॉडल का मकसद लघु और सीमान्त किसानों की आय में वृद्धि करना है. प्रदेश में सेब की खेती का सबसे ज्यादा लाभ लघु और सीमान्त कृषकों को मिलेगा.

रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी

उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य किसानों को फसलों की सघनता और विविधता के प्रति जागरूक करना है. इससे प्रदेश में रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेगी.  

English Summary: Now Apple will be cultivated in Madhya Pradesh as well scientists are exploring possibilities
Published on: 07 January 2021, 05:29 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now