MDBP-16: काली मिर्च की नई किस्म - अब अधिक उत्पादन के साथ हर जगह खेती संभव! दिल्ली, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने 28 जुलाई तक जारी किया पूर्वानुमान FPO को जोड़ेगा ई-नाम और डिजिटल बाजार, किसानों की आमदनी में होगी बढ़ोत्तरी, जानें कैसे पशुपालकों के लिए खुशखबरी! राज्य सरकार 2 गाय की खरीद पर दे रही 80,000 रुपए तक का अनुदान, जानें कैसे उठाएं लाभ किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 16 January, 2022 12:10 PM IST
NABARD

ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर और किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) की शुरुआत की गयी. इस योजना के तहत किसानों और ग्रामीण क्षेत्र के निवासी को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है. सरकार का मुख्य उद्देश्य हर नागरिक को मदद करना है. इसी बीच तमिलनाडु के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है.

बता दें कि तमिलनाडु में कृषि कार्यों को बढ़ावा देने हेतु किसानों को अब नाबार्ड की तरफ से 7012 करोड़ रुपए का लोन प्रदान किया जयेगा. जिससे किसानों को अब काफी लाभ भी मिलेगा. यह पहल किसानों के हित के लिए शुरू की गयी है. किसानों के पास धन राशि की व्यवस्था ज्यादा अच्छी नहीं होती नहीं है. ऐसे में नाबार्ड की तरफ से यह पहल किसानों के लिए कारगार साबित होगी.

वहीँ, नाबार्ड, तंजावुर जिले के सहायक द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि अगले वर्ष के दौरान फसलों के वित्तपोषण के पैमाने और उनकी खेती के संभावित क्षेत्र के आधार पर लगाया गया था. बैंक के अनुमान के मुताबिक, किसानों को 4,740.73 करोड़ रुपये का कर्ज दिया जा सकता है. इसके अलावा कृषि और उससे सम्बंधित क्षेत्रों में विकास के लिए 2,272 करोड़ रुपये के व्यय का अनुमान लगाया गया है. यह राशि अगले तीन वित्तीय वर्षों के दौरान कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में पूंजी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए दी जाएगी.

इस खबर को पढें - खेती के लिए आसानी से मिलेगा 50 हजार का कर्ज, नाबार्ड बना रहा ये खास ग्रुप

इसके अलावा उनका कहना है कि नाबार्ड ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 7,012.76 करोड़ रुपये देने का प्रावधान किया है. इस लोन की सहायता से ना सिर्फ कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पशुपालन संबंधई व्यवसाय जैसे – गाय पालन, बकरी पालन, कृषि मशीनीकरण, डेयरी फार्मिंग आदि को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही ड्रिप इरीगेशन, स्प्रिंकलर जैस पानी की बचत करने वाले उपकरण के लिए भी किसानों को प्रोत्साहित किया जायेगा.

नाबार्ड योजना का उद्देश्य (Objectives Of NABARD Scheme)

ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के बहुत कम अवसर उपलब्ध होते हैं. जो होते भी हैं, उनमें बहुत कम आमदनी होती है. ऐसे ग्रामीण कारोबारी अपना कारोबार तो बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन उपयुक्त धन की कमी के चलते अपना बिजनेस बढ़ा नहीं पाते हैं. नाबार्ड बैंक ऐसे ही ग्रामीण कारोबारियों को आर्थिक सहयोग देने के लक्ष्य को लेकर शुरु किया गया बैंक है. नाबार्ड बैंक द्वारा समय – समय पर योजनाओं के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कारोबारियों की आर्थिक मदद करता है.

English Summary: nabard will give loan of Rs 7012 crore to farmers
Published on: 15 January 2022, 04:57 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now