मध्य प्रदेश सरकार ने गायों और अन्य पशुओं की सुरक्षा के लिए एंबुलेंस चलाने का फैसला लिया है. केंद्र और राज्य सरकार समय-समय पर किसानों को गाय-भैंस पालन के लिए प्रोत्साहित करती रहती हैं.
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई इस एंबुलेंस योजना में गाय और अन्य पशुओं के इलाज के लिए डॉक्टर और कंपाउंडर भी मौजूद रहेंगे. राज्य में हर ब्लॉक स्तर पर कुल 407 एंबुलेंस चलाए जाएंगे. इसकी सेवा लेने के लिए पशुपालक टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करके अपनी परेशानियों को साझा कर सकते हैं.
इस नंबर पर संपर्क करने के बाद डाक्टरों की टीम एंबुलेंस के साथ पशुपालक के घर पहुंच जाएगी. इस सुविधा के लागू होते ही पशुपालकों को बीमार पशुओं का इलाज कराने में काफी आसानी हो जाएगी.
बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश में भी इस योजना की शुरुआत की गई थी. इसमें राज्य सरकार को केंद्र द्वारा 502 एंबुलेंस दिए गए थे. राज्य के किसान जानवरों की बीमारी की हालत में टाल फ्री नं. 1962 पर कॉल कर इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं. इस एंबुलेस सेवा के बाद पशुओं को वेटेनरी हॉस्पिटल भेजा जा सकता है.
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आंध्र प्रदेश सरकार ने भी इसी तरह की योजना की शुरुआत वर्ष 2022 में की थी. सरकार ने कुल 175 एंबुलेंस पर 143 करोड़ रुपये खर्च किए थे. आंध्र प्रदेश में इस योजना की शुरुआत के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी ट्रायल के तौर पर इसकी शुरुआत की और फिर अब मध्य प्रदेश सरकार ने इस एंबुलेंस सेवा शुरूआत की है.