सोमवार से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है. मानसून सत्र शुरू होने से पहले रविवार यानी 17 जुलाई को सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी, जिसमें विपक्षी दलों ने लगभग 25 मुद्दों पर सरकार से चर्चा की मांग की थी. इस सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के गैरमौजूदगी पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh)ने निशाना साधते हुए तंज भी कसा.
आइये जानते हैं इस सत्र से जुड़ी 5 खास बातें
आज 11 बजे से शुरू हुआ संसद का मानसून सत्र 12 अगस्त तक चलेगा.
इस सत्र में कुल 18 बैठक होंगी और लगभग 24 बिल पेश किए जाएंगे.
रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक के बाद आशंका जताई जा रही है कि मानसून सत्र के दौरान हंगामे हो सकते हैं.
विपक्ष ने सरकार से जिन मुद्दों पर बहस की मांग की है, उनमें सबसे अहम महंगाई, अग्निपथ योजना, बेरोज़गारी, केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग और रुपये की गिरती क़ीमत के मद्देनज़र अर्थव्यवस्था की स्थिति जैसे कई मुद्दे शामिल हैं.
इस बार संसद का मानसून सत्र इसलिए भी अहम है, क्योंकि इस दौरान ही देश में अहम संवैधानिक पदों राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव भी हो रहे हैं.
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मानसून सत्र के शुरू होने से पहले ओम बिरला का अहम ट्वीट
संसद के मानसून सत्र के शुरू होने से पहले देश की जनता को लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए अहम जानकारी दी गई है. इस ट्वीट में लिखा गया है कि संसद का #MonsoonSession सुबह 11 बजे प्रारंभ होगा. देश की जनता की अपेक्षा है कि उनसे जुड़े विषयों पर सदन में सार्थक चर्चा हो. माननीय सदस्य देशहित के मुद्दों पर सकारात्मकता से विचार और संवाद करें. आशा है सभी दल, सदन की गरिमा और शालीनता को समृद्ध करते हुए इसमें अपना योगदान देंगे.
कांग्रेस ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
17 जुलाई रविवार को सरकार की तरफ से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक पीएम नरेंद्र मोदी के शामिल नहीं होने पर कांग्रेस ने निशाना साधा. इसको लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्विट करते हुए लिखा कि संसद के आगामी सत्र पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक अभी शुरू हुई है और प्रधानमंत्री हमेशा की तरह अनुपस्थित हैं, क्या यह 'असंसदीय' नहीं है?
इस पर बीजेपी के मंत्री प्रहलाद जोशी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट करते हुए लिखा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, तो वह प्रधानमंत्री जी के सर्वदलीय बैठक में नहीं आने को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है. कांग्रेस बताए कि 2014 से पहले प्रधानमंत्री कितनी सर्वदलीय बैठक में शामिल होते थे!