आज देश की बेटियां हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन करर रही हैं. वहीं, किसान की बेटी भी किसी से कम नहीं है. जी हां, आज किसान परिवार की एक बेटी ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. बेटी की इस कामयाबी से उसके पिता ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और गांव का सर गर्व से उंचा हो गया है.
मिजोरम की बेटी ने नाम किया रोशन
बता दें कि मिजोरम भारत का सबसे छोटा राज्य है. यहाँ की आबादी अन्य राज्यों के मुकाबले कम होती है. यह एक पहाड़ी स्थल होने के नाते यह पर्यटक स्थल के रूप में भी जाना जाता है. यहाँ के लोग खेती के कार्यों में ज्यादा रूचि रखते हैं, तो वहीं ज्यादातर लोग अपनी आजीविका खेती से व्यतीत करते हैं.
इसी बीच मिजोरम के थिंगसुल (Thingsul) में रहने वाली किसान की बेटी ह्मांगीह्ज्यूली ने अपनी काबिलियत के बल पर स्कॉलरशिप हासिल की है. इससे किसान की बेटी को अपनी आगे की पढ़ाई एक अच्छे कॉलेज से करने का मौका मिलेगा.
दरअसल, एग्री सेक्टर की कंपनी सिंजेन्टा (Agri Sector Company Syngenta) किसान परिवारों से आने वाले बच्चों (Children From Farmer Families) के बेहतर भविष्य के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करती है, जिससे वो अपनी आगे की पढ़ाई ज्यादा बेहतर वातावरण में बिना किसी आर्थिक चिंता के पूरा कर सकें. इसी क्रम में मिजोरम में इस छात्रा को प्रतिष्ठित सिंजेन्टा स्कॉलरशिप (Syngenta Scholarship) मिली है. जिसके साथ ही वो एशियन यूनिवर्सिटी ऑफ वूमेन (Asian University for Women) में अपनी आगे की भी पढ़ाई करेंगी.
इस छात्रा का चयन मिजोरम की ह्मांगीह्ज्यूली स्कॉलरशिप पाने वाली 5 स्टूडेंट्स में से हुआ हैं. इस स्कॉलरशिप के तहत 3.75 लाख डॉलर रुपए की राशि दी जाएगी. जिसकी की मदद से ये सभी अगले 5 साल की पढ़ाई पूरी करेंगे और पॉलिटिक्स, फिलोसॉफ , इकोनॉमिक्स (economics) और पब्लिक हेल्थ जैसे विषयों में अपनी डिग्री पूरी करेंगे.
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ह्मांगीह्ज्यूली का कहना है कि मुझे एक प्रतिष्ठित कॉलेज में पढ़ने का सौभाग्य मिला है. मैंने हमेशा से किसी अच्छी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई पूरी करने का सपना देखा था और आज सिंजेन्टा की मदद से मेरा ये सपना पूरा हो रहा है.