दूध पीना सेहत के लिए लाभकारी होता है ये बात सभी जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप जिस दूध का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो सभी पैमानों पर खरा उतरता है या नहीं. मगर मध्य प्रदेश के भोपाल में दूध की जांच के लिए एक अनोखी पहल की गई है.
दरअसल, भोपाल में दूध की जांच का नि:शुल्क अभियान चलाया जा रहा है, जिसका नाम 'सांच को आंच क्या, खुद परखो-खुद जानो' रखा गया है. इस अभियान में कोई भी पैक्ड और खुले दूध की जांच करवा सकता है. हाल ही में लिए गए सैंपलों में से ब्रांड के पैक्ड दूध में किसी तरह की मिलावट नहीं पाई गई है, जबकि खुले दूध में पानी मिला जा रहा है.
अभियान का उद्देश्य दूध की जांच
इस अभियान के जरिए लोग पता कर सकते हैं कि जो दूध पी रहे हैं, वह पैमानों पर खरा उतरता है या नहीं. बता दें कि राजधानी में रोजाना लगभग 12 लाख लीटर दूध की खपत होती है. ऐसे में अगर सांची, अमूल व अन्य ब्रांड की बात करें, तो लगभग 3.5 लाख लीटर दूध बिकता है. वहीं, लगभग 8 से 10 लाख लीटर दूध खुला बिकता है. मगर पैक्ड दूध में सांची की सबसे ज्यादा खपत है. रोजाना ढाई लाख लीटर से ज्यादा दूध की खपत होती है.
फिलहाल, दूध की जांच अभियान में पैक्ड दूध में किसी तरह की खामियां सामने नहीं आई है, लेकिन खुले दूध में पानी मिला पाया गया है. बता दें कि ये अभियान 2 अक्टूबर से शुरू हुआ है. आकृति ईको सिटी और बावड़ियाकलां से दूध के 54 सैंपल की जांच की गई थी. आज यानि 5 अक्टूबर को आकृति ग्रींस सलैया में नि:शुल्क जांच शिविर लगा है.
एडवांस कार्ड बनाकर पा सकते हैं छूट
भोपाल सहकारी दुग्ध संघ की तरफ से जानकारी मिली है कि गुणवत्तापूर्ण दुग्ध आपूर्ति की वजह से एफएसएसएआई (FSSAI) ने भोपाल दुग्ध संघ डेयरी संयंत्र को पिछले साल A+ श्रेणी प्रदान की थी. इसके साथ ही सांची दुग्ध और उसके उत्पाद 33 कड़े मानकों से गुजरने के बाद उपभोक्ताओं तक पहुंचता है.
जानकारी के लिए बता दें कि दुग्ध संघ द्वारा शहर के लोगों के लिए एडवांस कार्ड योजना चलाई जा रही है. इसमें एक माह का अग्रिम कार्ड बनवाने पर उपभोक्ताओं को 50 पैसे प्रति लीटर की छूट मिलेगी. इस शिविर में भी एडवांस कार्ड बनवाया जा सकता है.