माधव विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर में कार्यरत कृषि विभाग के निदेशक डॉ. गीतम सिंह को एक और नवीन पेटेंट प्राप्त हुआ है. इस बार उन्हें जो पेटेंट मिला है, वह एक मैनुअली ऑपरेटेड चाफ कटर पर आधारित है, जिसे विशेष रूप से भेड़-बकरी चरवाहों की सुविधा को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है. यह यंत्र उनके लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा जो राजस्थान सहित अन्य राज्यों में बड़ी संख्या में भेड़-बकरियों को चराने के लिए ले जाते हैं.
चरवाहों की बड़ी समस्या का समाधान
डॉ. गीतम सिंह द्वारा डिजाइन किया गया यह चाफ कटर विशेष रूप से 200 से 500 की संख्या वाले झुंड के साथ घूमने वाले चरवाहों की जरूरतों के अनुसार तैयार किया गया है. आमतौर पर ऐसी परिस्थितियों में हरे चारे को काटने की कोई सुविधा नहीं होती, जिससे उन्हें पूरा हरा चारा बिना काटे ही खिलाना पड़ता है. इससे पशुओं को पाचन व स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं.
हल्का, पोर्टेबल और कुशल यंत्र
यह मैनुअली ऑपरेटेड चाफ कटर सिर्फ 15 से 20 किलोग्राम वजन का है, जिससे इसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है. यह यंत्र दो से तीन क्विंटल तक हरे चारे की कुट्टी करने में सक्षम है. इसकी सबसे खास बात यह है कि यह पूरी तरह से रीलोकेटेबल है, यानी इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है. इस चाफ कटर में लगे ब्लेड्स उच्च गुणवत्ता वाले स्टील से बने हैं, वहीं इसका स्टैंड और पहिए फाइबर मिक्स बेस्ड हैं, जिससे इसकी मजबूती और स्थायित्व बढ़ जाता है.
विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रियाएं
मैनुअली ऑपरेटेड चाफ कटर के लिए पेटेंट प्राप्त होने पर माधव यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. राजकुमार ने डॉ. गीतम सिंह को बधाई देते हुए कहा, "हमारे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आज न केवल उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, बल्कि कृषि की समस्याओं का समाधान भी खोज रहे हैं. यह हमारे छात्रों को आत्मनिर्भर और स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करेगा."
चांसलर हिम्मत सिंह देवल ने कहा "माधव विश्वविद्यालय आज विश्वस्तरीय पेटेंट्स और नवीनतम तकनीकों के साथ आगे बढ़ रहा है. यह हम सबके लिए गर्व का विषय है."
प्रेसीडेंट डॉ. राजीव माथुर ने कहा "हमारा उद्देश्य यह है कि हमारी नवीनतम तकनीकें सीधे कृषि कार्यों व विद्यार्थियों के उपयोग में आएं. हमारी फैकल्टी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रही है और उसका परिणाम इस पेटेंट के रूप में सामने आया है."
रजिस्ट्रार डॉ. भावेश कुमावत ने इसे विश्वविद्यालय की एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा "हमारा विश्वविद्यालय आज अपने विद्वान प्रोफेसरों के साथ तेजी से उन्नति की ओर अग्रसर है."
कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. वी. आर. पटेल ने इस उपलब्धि पर कहा "माधव विश्वविद्यालय में शिक्षक और छात्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध हैं. आज हमारे छात्र, शिक्षक और गोद लिए गांवों के किसान समृद्धि की राह पर चल रहे हैं."
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त स्टाफ ने डॉ. गीतम सिंह को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाइयां दीं.