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Updated on: 13 March, 2022 12:32 PM IST
Why Maize Farming is Profitable in India?

बिहार (Bihar) सबसे बड़े मक्का उगाने वाले राज्यों (Maize Farming) में से एक है. यह देश का तीसरा सबसे बड़ा मक्का उत्पादक (Largest Maize Production) राज्य है, जो राष्ट्रीय उत्पादन में लगभग 10 प्रतिशत का योगदान देता है. वर्तमान में लगभग 0.65 मिलियन हेक्टेयर में मक्के की खेती होती है, जो राज्य के सकल फसल क्षेत्र का लगभग 7 प्रतिशत है और 13 लाख से अधिक किसान मक्का की खेती में लगे हुए हैं.

मक्के की खेती से किसान होंगे मालामाल (Farmers will get rich from maize cultivation)

हाल ही में बिहार के समस्तीपुर (Samastipur, Bihar) के केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा परिसर में 3 दिवसीय कृषि मेला (3-day agriculture fair in Central Agricultural University Pusa campus) का आयोजन शुरू हो चूका है.

इस मेले में आये वैज्ञानिकों ने बिहार के किसानों को मक्के की खेती से जुड़े कई तरह के बिज़नेस आइडियाज भी दिए और साथ ही बताया की यह उनके लिए कितने फायदेमंद साबित होंगे.

कमर्शियल मक्के की खेती से पैदा हुए रोजगार Commercial maize farming and jobs)

यही नहीं मेले में आये किसानों को वैज्ञानिकों ने बताया कि मक्के की खेती में हाइब्रिड मक्के के बीजों (Hybrid Maize Seeds) का इस्तेमाल करें ताकि एक बार की फसल में ही उच्च पैदावार मिल सके.

इसके अलावा, जैसे-जैसे मक्के की खेती कमर्शियल फार्मिंग (Commercial Maize Farming) बनती जा रही है ऐसे में यह युवाओं के लिए भी रोजगार (Employment in Maize Farming) का एक रास्ता बन गया है.

बिहार में मक्के की खेती (Maize farming in Bihar)

  • कृषि विभाग के अधिकारीयों के अनुसार मक्के की तीन फसलें हैं, जो किसान अपनी व्यक्तिगत स्थितियों के आधार पर खेती करते हैं.

  • पहली रबी मक्का जिसमें मक्के की बुवाई अक्टूबर-नवंबर में की जाती है.

  • दूसरा फरवरी-मार्च में बोई जाने वाली 'गरमा' किस्म और खरीफ की 'भदाई' किस्म जो जून में बोई जाती है.

  • वहीं मक्के की फसल सितंबर-अक्टूबर में भी लगाई जाती है.

  • बिहार में मक्के की खेती सात जिलों में सबसे अधिक होती है, जिसमें पूर्णिया, कटिहार, अररिया, मधेपुरा, भागलपुर, खगड़िया और बेगूसराय शामिल हैं.

मक्के की खेती का रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन (Record breaking production of maize farming)

कृषि विभाग के सूत्रों ने कहा कि किसानों ने 16 लाख मीट्रिक टन उत्पादन की उम्मीद में 2.7 लाख हेक्टेयर भूमि में रबी मक्का की बुवाई की है.

2017-18 में रबी मक्का का उत्पादन (Rabi Maize Production) 16.45 लाख मीट्रिक टन, गरमा मक्का का 9.4 लाख मीट्रिक टन और खरीफ मक्का का 5.35 लाख मीट्रिक टन था. और यह साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है. जिससे बिहार की किसानों की अर्थव्यस्था सुधर रही है.

English Summary: Maize farming will boost the income of farmers, know which seeds to choose
Published on: 13 March 2022, 12:33 PM IST

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