महिंद्रा के न्यू ‘फार्मिंग एज ए सर्विस’(एफएएएस) बिजनेस, कृष-ई ने मुंबई, 13 अक्टूबर, 2021 को अपनी पहली डिजिटल वीडियो कमर्शियल (डीवीसी) फिल्म के लॉन्च के साथ कृष-ई ऐप और कृष-ई निदान ऐप जारी करने की घोषणा की. नए डीवीसी में कृष-ई ऐप के अनूठे लाभों को बताया गया है और इस डीवीसी में देश के बहुमुखी अभिनेताओं में से एक, मनोज बाजपेयी हैं, जिनकी पारिवारिक जड़ें खेती-किसानी से जुड़ी हैं.
विभिन्न भाषाओं में कृषि पद्धतियों की मिलेगी जानकारी (Information about agricultural practices will be available in different languages)
किसान अपने कृषि कार्यों की योजना बनाते और उसे क्रियान्वित करते समय जिन चुनौतियों का सामना करता है, डीवीसी उन चुनौतियों को दर्शाता है और ऑडियो तथा वीडियो कॉन्टेंट का उपयोग करते हुए कृष-ई ऐप के अनूठे लाभों के बारे में बताता है. यह ऐप विभिन्न फसलों और क्षेत्रों के लिए विशेषज्ञ सलाह और सर्वोत्तम कृषि पद्धतियों को विभिन्न भाषाओं में पेश करता है.
कृषि आय में वृद्धि करना है लक्ष्य (The goal is to increase agricultural income)
2020 में लॉन्च किया गया, कृष-ई महिंद्रा का एक नया बिजनेस वर्टिकल है जो टेक्नोलॉजी संचालित सेवाएं प्रदान करता है, जो किसानों के लिए उन्नतिशील, सस्ती और सुलभ हैं. ओमनी-चैनल उपस्थिति के साथ, कृष-ई का लक्ष्य पूरे फसल चक्र में भौतिक सेवाओं के साथ-साथ डिजिटल सेवाओं के जरिये कृषि आय में वृद्धि करना है.
कृष-ई ऐप्स विभिन्न भाषाओं में है उपलब्ध (Krish-e app is available in different languages)
नए डीवीसी के माध्यम से, कृष-ई उन चुनौतियों को पेश करेगा जिनका सामना एक किसान अपने कृषि कार्यों की योजना बनाते समय और उन्हें क्रियान्वित करते समय करता है. इसके अलावा, डीवीसी बताता है कि कैसे नए कृष-ई ऐप्स विभिन्न भाषाओं में ऑडियो और वीडियो कॉन्टेंट का उपयोग करके विभिन्न फसलों और क्षेत्रों के लिए विशेषज्ञ सलाह तथा सर्वोत्तम कृषि पद्धतियों को पेश करके किसानों की मदद करते हैं.
इस अवसर पर बोलते हुए, हेमंत सिक्का, प्रेसिडेंट, फार्म इक्विपमेंट सेक्टर, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने कहा, "कृष-ई का ध्यान खेती के परिणामों में सुधार पर है और आज हमारे ऐप का रिलीज होना हर मायने में खेती के रूपांतरण और जीवन को समृद्ध बनाने के महिंद्रा के बड़े उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता है.
मनोज बाजपेयी के साथ कृष-ई ब्रांड को करेंगे मजबूत (Krrish to strengthen E brand with Manoj Bajpayee)
किसानों के हाथों में कृषि विज्ञान और डेटा संचालित खेती की ताकत देकर हम किसानों की मदद कर रहे हैं, ताकि प्रति एकड़ उनकी आय में सुधार हो सके. हम मनोज बाजपेयी को अपने साथ पाकर बेहद रोमांचित हैं, जो एक ऐसे अभिनेता हैं जिनकी पारिवारिक जड़ें खेती में हैं, और जिसकी वजह से उनकी व्यापक अपील भी है. मनोज में प्रामाणिक, बोल्ड और विनम्र होने का शानदार संतुलन है. ये ऐसी विशेषताएं हैं जो हमारे ब्रांड मूल्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाती हैं. मनोज के साथ, हम कृष-ई ब्रांड को और मजबूत करने को लेकर आश्वस्त हैं.”
कृष-ई ऐप की विशेषताएं (Features of Krish-e App)
कृष-ई ऐप वैज्ञानिक, खेतों के लिए मान्यता प्राप्त और फसल संबंधी व्यक्तिगत परामर्श प्रदान करता है जो ऐसे फॉर्मेट में प्रस्तुत किया जाता है, जो किसानों के लिए समझने और अपनाने में आसान हो. कृष-ई ऐप निम्नलिखित ऑफर पेश करता है:
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8 विभिन्न भारतीय भाषाओं में गन्ना, आलू, सोयाबीन, मिर्च और धान पर विशेषज्ञ परामर्श.
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'फसल कैलेंडर', 'फर्टिलाइजर कैलकुलेटर' और स्प्रे कैलकुलेटर जैसे विभिन्न गतिविधि मॉड्यूल के जरिये पूर्ण परामर्श.
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सभी प्रकार के लेनदेन को रिकॉर्ड करने के लिए एक डिजिटल डायरी, जिसे 'डिजिटल खाता' कहा जाता है.
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किसानों को उनके वित्त पर नज़र रखने में मदद करने के लिए 'लेन-डेन डायरी' सुविधाएं.
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किसानों के लिए एक इन-ऐप 'हेल्पलाइन', जो उन्हें कृष-ई सहायक से जुड़ने और उनके प्रश्नों को हल करने में मदद करती है.
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कृषि मशीनरी जो कृष-ई टोल फ्री नंबर के माध्यम से किसानों द्वारा किराए पर खरीदी जा सकती है. यह टोल नम्बर किसी भी मशीन संबंधी जरूरत को पूरा करने में मदद करता है.
कृष-ई निदान ऐप (Krish-e Nidan App)
कृष-ई निदान ऐप एक रियल टाइम में सक्रिय फसल रोग पहचान करने वाला ऐप है जो एक किसान को 20 से अधिक सबसे लोकप्रिय फसलों को प्रभावित करने वाले सामान्य पौधों की बीमारियों और कीटों की पहचान करने में मदद करेगा. ऐप कीट/रोग के संक्रमण की सही और तुरंत पहचान करने में मदद करता है और रियल टाइम समाधान पेश करता है.
कृष-ई निदान की टैगलाइन है 'फोटो लो, रोग जानो'. यह दो अत्याधुनिक तकनीकों - इमेज रिकग्निशन और मशीन लर्निंग को नियोजित करने वाला एक अति विशिष्ट मोबाइल ऐप सॉल्यूशन है. किसानों को बस ऐप पर अपनी फसल के प्रभावित क्षेत्र की स्पष्ट तस्वीर अपलोड करनी होगी. फिर यह एप्लिकेशन कुछ ही सेकंड में फसल को प्रभावित करने वाले कीट या रोग की पहचान कर देगा और निवारक तथा उपचारात्मक उपायों के बारे में बताएगा.
दोनों ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मुफ्त में हैं उपलब्ध (Both the apps are available for free on Google Play Store)
ओमनी-चैनल दृष्टिकोण के साथ कृष-ई पहले से ही कृषि विज्ञान, मशीनीकरण और डिजिटलीकरण की ताकत को साथ लाकर खेती के परिणामों में बदलाव ला रहा है. 90 से अधिक कृष-ई स्टोर और लगभग 3,500 डेमो प्लॉट की ऑन-ग्राउंड उपस्थिति के साथ, कृष-ई किसानों के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि खेती में सार्थक बदलाव आ सके. कृष-ई के जरिए महिंद्रा 'चैंपियन फार्मर्स' का देश बना रहे हैं.