Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 24 May, 2023 3:42 PM IST
There will be many competitions in litchi show of Bihar

भारत की खूबसूरती इसकी विविधताएं ही हैं जो इसे अन्य देशों से अलग करती हैं. 6 ऋतुओं के इस देश में हर प्रदेश अपने में कुछ न कुछ ख़ास खूबी को बनाए हुए है. आज हम आपको बिहार में मनाए जा रहे लीची सम्मलेन के बारे में बताने जा रहे हैं. इस समय बिहार में डॉ. राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के द्वारा लीची शो का आयोजन किया जा रहा है.

National Litchi Research Center Bihar

मुजफ्फरपुर में होता है सबसे ज्यादा उत्पादन

भारत में बिहार राज्य में मुजफ्फरपुर जिले में लीची का सबसे ज्यादा उत्पादन किया जाता है. लीची के लिए मुजफ्फरपुर को जी-आई टैग भी प्राप्त हो चुका है. जी-आई टैग प्राप्त लीची “शाही लीची” है. बिहार में शाही लीची के अलावा भी इसकी कई किस्में उत्पादित की जाती हैं. जिनमें कुछ प्रमुख किस्में चाइना, गुलाब, बेदाना शामिल हैं.

यह भी जानें- लीची खाने के कुछ रोचक फायदे और नुकसान, जानकर हो जायेंगे हैरान

लीची शो में होगी लीची खाने की प्रतियोगिता

बिहार में आयोजित हो रहे इस शो में तरह-तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है. जिनमें से एक प्रतियोगिता लीची खाने की भी आयोजित की जाएगी. जो भी व्यक्ति सबसे ज्यादा लीची खाने का रिकॉर्ड बनाएगा उसे विश्वविद्यालय द्वारा ईनाम दिया जायेगा. इसी श्रेणी में विश्व विद्यालय लीची की प्रदर्शनी का आयोजन भी करेगा. जिसमें बिहार में होने वाली सभी लीचियों के बारें जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी.

GI tag is received in Litchi of Bihar

भारत में 700 मीट्रिक टन लीची का होता है उत्पादन

भारत के कई प्रदेशों में लीची का उत्पादन बड़ी मात्रा में किया जाता है. इसी उत्पादन के आकड़ों के अनुसार भारत में प्रतिवर्ष लगभग 700 मीट्रिक टन लीची से ज्यादा का उत्पादन होता है. इसी में अगर हम बिहार राज्य की बात करें तो केवल बिहार से ही 308.08 मीट्रिक टन प्रतिवर्ष का उत्पादन उत्पादन होता है.

यह भी पढ़ें- लीची की इन प्रजातियों की है अलग पहचान

 

इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य किसानों को लीची की फसल के लिए जागरुक करना साथ ही लीची से सम्बंधित पूरी जानकारी प्रदान करना है.
English Summary: Litchi festival is being celebrated in Bihar with many competitions, know full news
Published on: 24 May 2023, 03:59 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now