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Updated on: 21 September, 2023 6:08 PM IST
check pregnancy

Modern Method: भाकृअनुप- केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान, हिसार द्वारा विकसित भारतीय पेटेंट संख्या 202011013074, दिनांक 25 मार्च 2020 के तहत संरक्षित

यह किट भैंस/गाय के मद चक्र पूरा होने पर (कृत्रिम अथवा प्राकृतिक गर्भाधान के 30 दिन बाद) प्रारंभिक गर्भ जांच हेतु बनाई गई है. किट अधिकांश पशुओं में कम दिनों में गर्भावस्था की जांच कर सकती है. परिणामों की ज्यादा सटीकता के लिए परीक्षण को 12-15 दिनों बाद दोबारा करें. गाय-भैंस में गर्भावस्था के शुरूआती चरण में निम्नलिखित घटनाएं होती हैं:

दिन 1: भ्रूण का बनना

दिन 3-4 भ्रूण का गर्भाशय में जाना

दिन 7: भ्रूण की हैचिंग

दिन 14-19: मां द्वारा भ्रूण को अपनाना

दिन 20-42: सफल गर्भधारण की प्रक्रिया पूरी होना.

गर्भावस्था की प्रगति के साथ मेटाबोलाइट्स का स्राव बढ़ जाता है जो जटिल रंग प्रतिक्रिया देता है. गर्भावस्था के 150 दिन आते-आते इन मेटाबोलाइट के रंगों की तीव्रता अधिकतम हो जाती है जो पूरे गर्भकाल तक बनी रहती है.

नोट: टेस्ट करने से पहले दिये गए निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा सटीक परिणामों के लिए इनका अनुपालन करें.

गर्भावस्था परीक्षण किट के लिए दिशा निर्देश

  • यह किट स्वस्थ पशुओं की गर्भजांच के लिए है. बीमारीग्रस्त व रिपीट ब्रीडर गाय/भैंस में परिणामों की सटीकता कम हो जाती है. टेस्ट वाला मूत्र, सामान्य तापमान (20-30°C) पर होना चाहिए. फ्रिज में रखे मूत्र को कम से कम आधा घण्टे पहले बाहर रख दें.
  • टेस्ट करने और परिणाम आने में लगभग 30 मिनट का समय लगता है.
  • रंग की सटीक व्याख्या के लिए अलग टयूब में खाली पशु के मूत्र का नमूना लेकर उसे भी सैंपल के साथ टेस्ट किया जा सकता है. जैसे एक वर्ष से छोटा कटड़ा-कटड़ी, बछड़ा- बछड़ी या नर पशु. इससे सैंपल के रंग की तुलना आसानी से हो जाती है. यह केवल जरुरत पड़ने पर ही करें.

इसे भी पढ़ें- पशु प्रेगनेंसी टेस्ट किट से 35 दिनों में पता कर सकेंगे गाय-भैंस गाभिन हैं या नहीं!

किट में दिये गए सामान की सूची

नाम   संख्या

(i) रीजेंट बोतल A             1

(ii) रीजेंट बोतल B            1

(iii) रीजेंट बोतल C           1

(iv) टेस्ट यू    3

(v) बीकर      1

(vi) टेस्ट टयूब कोटन प्लग     3

(vii) कलर कोड रीडर    1

(viii) निर्देश-पत्र  1

टेस्ट करने हेतु मूत्र का नमूना संग्रह कैसे करें ?

  • गाय/भैंस आमतौर पर दूध निकालने के समय पेशाब करती हैं.
  • कुछ पशु पीठ पर ठंडा पानी डालने पर भी पेशाब कर देते हैं.
  • दूसरे पशुओं से अलग करने पर भी पशु पेशाब कर देते हैं.
  • योनि को नीचे से सहलाने पर गाय अक्सर पेशाब कर देती है.
  • सामान्य मूत्र एक साफ प्लास्टिक मग में (20-30 मिलीलीटर) इकट्ठा करें. मूत्र में गोबर या कोई अन्य गंदगी नही होनी चाहिए.
  • मूत्र को मग से निकालकर किसी दूसरे एयरटाइट कंटेनर में रखें. धूप या गर्मी के सीधे संपर्क से नमूनों को बचाना चाहिए. इसे 10 मिली की सीरिंज में भरकर भी रखा जा सकता है.
  • मूत्र इकट्ठा करने के बाद परीक्षण में 2 दिन से ज्यादा की देरी नहीं करनी चाहिए. यदि परीक्षण तुरंत नही किया जाना है तो मूत्र कंटेनर को फ्रिज (8-10°C) में रखें.
English Summary: Know how to check pregnancy of your animals with this modern method
Published on: 21 September 2023, 06:15 PM IST

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