Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 1 December, 2021 1:53 PM IST
Kisancraft Ltd

किसानक्राफ्ट, 15 साल पुरानी कृषि उपकरण कंपनी ने आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में ऑटोमैटिक इंटरकल्टीवेटर का निर्माण शुरू किया है. करीब 46 एकड़ में कंपनी ने अपना प्लांट स्थापित किया है और यह भारत की पहली कंपनियों में से एक है, जिसने ऑटोमैटिक इंटर-कल्टीवेटर्स एकेए पावर-वीडर्स का निर्माण शुरू किया है.

इंटरकल्टीवेटर्स निराई (वीडिंग), मिट्टी पलटने, मिट्टी की मल्चिंग के लिए बहु-उपयोगी उपकरण हैं, और ट्रेंचिंग, सीडिंग, सिंचाई, कटाई आदि के लिए अटैचमेंट के साथ आते हैं. इन उपकरणों को अभी तक मुख्य रूप से वर्तमान में चीन से आयात किया जा रहा है और किसानक्राफ्ट का उद्देश्य किसानों के लिए भारत में ही किफायती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का निर्माण करना है.

रविंद्र अग्रवाल, एमडी, किसानक्राफ्ट लिमिटेड ने कहा कि "पिछले 15 वर्षों में, किसानक्राफ्ट ने छोटे किसानों की उत्पादकता और आय बढ़ाने में मदद करने के लिए उनके मशीनीकरण पर ध्यान केंद्रित किया है. हमने ऐसे उपकरण बनाने के लिए निरंतर इनोवेशंस किए हैं, जो हमारे छोटे किसानों की अलग और जरूरी आवश्यकताओं का समाधान करने में सक्षम हों. हमें अब तक 12 पेटेंट मिल चुके हैं.

अपने नेल्लोर प्लांट में, हमने बीआईएस-आईएसआई प्रमाणित इंजन, वाटर-पंप और इंटरकल्टीवेटर बनाना शुरू कर दिया है. हम इस अत्याधुनिक प्लांट में बहुत सारे कम्पोनेंट स्वयं बनाते हैं, जिसमें एक आरओएचसी कम्पलाएंट, जेडएलडी, स्वचालित पाउडर कोटिंग लाइन शामिल है, जिसे नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके डिज़ाइन किया गया है. हम न केवल कृषि उपकरणों का आयात कम करेंगे बल्कि कृषि उपकरणों के निर्यात में भी वृद्धि करेंगे.

अंकित चितलिया, सीईओ, किसानक्राफ्ट लिमिटेड ने कहा, किसानक्राफ्ट लिमिटेड ने कहा कि "46 एकड़ के परिसर में नई मशीनों के परीक्षण और विकास के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्लॉट्स भी शामिल हैं. इस सेगमेंट में एक मार्केट लीडर होने के नाते, किसानों को नए सिरे से उपयोगी कृषि समाधान प्रदान करना और उन्हें नई तकनीकों के बारे में शिक्षित करना हम अपना दायित्व समझते हैं. सरकार सीजनल श्रमिकों की कमी पर निर्भरता कम करने और खेती के तहत क्षेत्र का दायरा बढ़ाने के लिए छोटे किसानों के बीच मशीनीकरण को बढ़ावा दे रही है.

छोटे किसानों को ऐसे उपकरणों की आवश्यकता होती है, जो सरल, ऊबड़-खाबड़, बहु-उपयोग, किफायती और आसानी से सर्विस करने योग्य हों. किसानों को हमारे 5000 से अधिक डीलरों के अखिल भारतीय नेटवर्क के माध्यम से अपने उपकरणों की सर्विस करवाने की सुविधा मिलती है"

किसानक्राफ्ट का परिचय

किसानक्राफ्ट की स्थापना 2005 में छोटे और सीमांत किसानों की आजीविका और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए कृषि के हर पहलू में उनकी जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से की गई थी. एक कंपनी के रूप में छोटे किसानों के पूरे बीज-से-कटाई तक के लिए सेवाएं प्रदान करने के लिए, यह उन्हें मिट्टी की तैयारी, रोपण, फसल प्रबंधन, कटाई और कटाई के बाद के कार्यों से खेती के अधिकांश पहलुओं में सहायता करता है. किसानक्राफ्ट ने किसानों की आय, फसल उत्पादकता और खेती वाले क्षेत्र को बढ़ाने के लिए मशीनीकरण अपनाने के माध्यम से 50 लाख से अधिक छोटे किसानों की सेवा की है.

कंपनी अपने सेगमेंट में अग्रणी है और कंपनी ने 2005 में एक छोटे गैरेज और तीन लोगों से शुरू होकर, अपने 14 क्षेत्रीय कार्यालयों, 500$ कर्मचारियों और 5,000$ डीलरों के एक बड़े नेटवर्क के माध्यम से पूरे भारत में लाखों किसानों की सेवा करने वाले एक अखिल भारतीय मौजूदगी रखने वाले संगठन के रूप में विकसित हुई है.

English Summary: Kisancraft Ltd. begins manufacturing of Intercultivators in India
Published on: 01 December 2021, 01:59 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now