Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 2 January, 2021 3:13 PM IST
Farmers Protest

आज किसान आंदोलन (Kisan Andolan) का 38वां दिन है. अब भी दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शनकारी किसान जमे हुए हैं. अहम बात ये है कि नए साल में 4 जनवरी को प्रदर्शनकारी किसान और सरकार के बीच अगले दौर की बातचीत होनी वाली है, तो क्या इस बातचीत के बाद किसानों का आंदोलन खत्म होगा?

बहरहाल किसान संगठनों ने 4 जनवरी तक आंदोलन तेज न करने का ऐलान किया है. बड़ी बात यह है कि दिल्ली में जारी किसानों के आंदोलन (Kisan Andolan) के बीच झारखंड के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख (Minister of Agriculture, Animal Husbandry and Cooperation of Jharkhand Badal Patralekh) पहुंचे.

उन्होंने दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के साथ 31 दिसंबर की रात बिताई. इतना ही नहीं, वह देर रात सिंधु बॉर्डर के पास किसानों के चल रहे उग्र आंदोलन में भी पहुंच गए. इस दौरान किसानों के लिए खाना बनवाया और कड़ाके की ठंड के बावजूद पूरी रात किसानों के साथ बिताई.

इस दौरान झारखंड के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) ने कहा कि हम अपने घर में नया साल अच्छी तरह मनाएं और हमारे देश के किसान आंदोलन (Kisan Andolan) करते रहें, यह कहीं से उचित नहीं है. इस कारण बादल पत्रलेख ने किसानों के साथ ठंड में पूरी रात गुजारी. जब पूरा देश रात के 12 बजे नए साल के जश्न में डूबा था, तब कृषि मंत्री बादल सिंधु बॉर्डर पर किसानों के साथ टेंट में नया साल मना रहे थे.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ देश के सभी किसान हैं. ऐसे में केंद्र सरकार को किसानों का सम्मान करते करना चाहिए और उचित निर्णय लेना चाहिए. किसान हमारे अन्नदाता है, अगर इनके साथ अन्याय होगा, तो वह किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.

English Summary: Jharkhand Agriculture Minister New year celebrated with protesting farmers
Published on: 02 January 2021, 03:18 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now