किसानों की आय को कई गुणा बढ़ाने के लिए भारत सरकार के द्वारा कई तरह की बेहतरीन स्कीम्स चलाई जा रही हैं. इन्हीं में से अरोमा मिशन भी है, जो किसानों की आय दोगुना (Farmers' income doubled) से भी कहीं अधिक करने में मदद कर रही है. इस स्कीम की मदद से किसान अपने खेत में सुगंधित फसलों की खेती सरलता से कर रहे हैं और साथ ही ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए-नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं. ताकि किसानों के साथ-साथ आम नागरिक भी आत्मनिर्भर बन सकें. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरोमा मिशन (Aroma Mission) के तहत देश के किसानों की आय में लगभग 2.5 गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है.
वहीं इस मिशन को बैंगनी क्रांति (Purple Revolution) के नाम से भी जाना जाता है. दरअसल, यह स्कीम फिलहाल के लिए जम्मू-कश्मीर में ही लागू है. आइए अरोमा मिशन के बारे में डिटेल से जानते हैं-
क्या है अरोमा मिशन?
अरोमा मिशन सुगंधित फसलों की खेती (Cultivation of Aromatic Crops) को बढ़ावा देने के लिए शुरू की सरकार की एक अनोखी पहल है. इस मिशन का मुख्य उद्देश्य सुगंधित तेलों और अन्य सुगंधित उत्पादों के विनिर्माण में देश के उद्यमिता को बढ़ावा देना है. इसके अलावा इस स्कीम के तहत ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर पैदा करना भी है.
इसके अलावा इस मिशन के तहत किसानों को बीज व पौधे भी उपलब्ध करवाए जाते हैं, और साथ ही खेती की नई-नई तकनीकों के बारे में भी सिखाया जाता है. खबरों की मानें तो इस मिशन में सिर्फ किसान ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार खेती-किसानी की तकनीक को सीख सकते हैं.
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अरोमा मिशन में वैज्ञानिकों की मिल रही मदद
अरोमा मिशन के चलते वैज्ञानिक सीधे तौर पर किसान के खेत पर पहुंच रहे हैं और उनकी कई तरह की दिक्कतों को हल कर रहे हैं. जानकारी के लिए बता दें कि किसान फसल की उगाई से लेकर उनकी कटाई तक वैज्ञानिकों की मदद ले सकते हैं.
इस संदर्भ में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की महानिदेशक एन कलाईसेल्वी का कहना है कि कृषि वैज्ञानिक अब सिर्फ प्रयोगशाला में ही बैठकर फसलों की निगरानी व किसानों की मदद नहीं कर रहे हैं. बल्कि वह अब खुद चलकर किसान का हाथ थाम रहे है और उनकी हर एक परेशानी को दूर करने का प्रयास में जुटे हैं.