भारत और पाकिस्तान के रिश्ते हमेशा से ही तनावपूर्ण रहे हैं. कभी सियासी तकरार, तो कभी जुबानी तकरार, तो कभी कूटनीतिक तकरार, बस यूं समझ लीजिए कि इन दोनों ही देशों के बीच हमेशा से ही तकरार का सिलसिला जारी रहा है. ऐसे में अगर इन दोनों मुल्कों में से कोई एक-दूसरे की तारीफ कर जाए, तो हैरानी तो होगी ही, तो फिर अब आप हैरान होने के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि पाकिस्तान ने भारत की तारीफ की है.
जी हां...वही पाकिस्तान जो कल तक भारत पर निशाना साधने में मशगूल रहता था. वही पाकिस्तान जो हमेशा से भारत की आलोचना करने में मशगूल रहता था. आखिरकार, आज ऐसा क्या हो गया कि वह भारत का मुरीद हो चला है. खैर, देर से ही सही, लगता है उसे भारत की ताकत का एहसास हो चुका है. कभी चीन की आड़ लेकर भारत को हेकड़ी दिखाने वाले पाकिस्तान को इस बात का एहसास हो चुका है कि भारत से मुकाबला करने की उसकी मुराद कभी मुकम्मल नहीं हो पाएगी. भले ही वो आवेश में आकर कुछ भी बोल जाए, लेकिन कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क होता है.
आखिर ऐसा क्या बोल गया पाकिस्तान
दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने दूतावासों को लताड़ लगाते हुए कहा कि हमें भारत से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है. उन्होंने अपने दूतावासों पर निशाना साधते हुए कहा कि आप लोगों को भारत से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है. कोरोना जैसे मुश्किल दौर में भी भारतीय दूतावास अनेकों देशों से निवेश लाने में जुटे हैं. कोरोना काल में चौपट हो चुकी अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार देने के लिए भारत अनेकों कदम उठा रहा है. भारतीय दूतावास कोशिश कर रहे हैं कि कैसे भी करके उनके देश में विदेशी निवेश आ सके.
अधिकांश लोगों को रोजगार प्राप्त हो सके, मगर हमारे लोग इस दिशा में तनिक भी सक्रिय नहीं दिखते हैं. इमरान ने कहा कि भारतीय दूतावास विदेशों में बसे अपने लोगों को लेकर हमेशा से ही संवेदनशील रहे हैं, मगर पाकिस्तानी दूतावास इस दिशा में हमेशा से ही निष्क्रिय रहे हैं. ऐसे में अगर यह हालात रहे तो स्थिति आगामी दिनों में संजीदा हो सकती है.
बता दें कि इमरान खान का यह बयान अभी खासा सुर्खियों में है. हर किसी को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के इस बयान से हैरानी हो रही है. आखिर यह चमत्कार कैसे हो गया? आखिर कैसे कल तक भारत पर निशाना साधने में मशगूल रहने वाले पाकिस्तान आज भारत का मुरीद होता जा रहा है. खैर, यह तो यकीनन विचार-विमर्श का विषय है, मगर यहां एक बात गौर करने लायक है कि पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि पाकिस्तान का झुकाव भारत की ओर कुछ ज्यादा बढ़ रहा है. इससे पहले भारत में बदहाल हो चुकी कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान ने भारत की मदद करने का ऐलान किया था, मगर भारत अभी इसे लेकर किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचा है.
प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान दूतावासों को जमकर खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि आप लोगों को विदेश में बसे पाकिस्तानी लोगों के प्रति काफी संजीदा होना पड़ेगा. आखिर आप लोग उनकी सेवा करने लगे हैं. उनका ध्यान रखने के लिए हैं, मगर बीते कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि आप लोग इस दिशा में उदासीन बने हुए हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान का यह बयान अभी खासा सुर्खियों में बना हुआ है.