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Updated on: 2 December, 2021 4:56 PM IST
IFFCO

भारत बहुत तेज़ी से अपने कदम विकासशील से विकसित देश (Developing to Developed Country) की तरफ बढ़ा रहा है. यह इतिहास रचने के साथ-साथ सुनहरे अवसरों में अपना नाम दर्ज करवा रहा है. ऐसे में इफको (IFFCO) को दुनिया की शीर्ष 300 सहकारी समितियों में नंबर 1 (ranked number one) सहकारी स्थान दिया गया है, जो पिछले साल से अपनी स्थिति को थामे हुए है.

बता दें कि रैंकिंग प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (GDP) से अधिक कारोबार के अनुपात पर आधारित होती है. यह दर्शाता है कि इफको राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद और आर्थिक विकास (Gross Domestic Product and Economic Growth) में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.

इफको द्वारा भेजी गई एक प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि यह अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA) द्वारा प्रकाशित 10वीं वार्षिक विश्व सहकारी निगरानी (World Cooperative Surveillance) रिपोर्ट के 2021 संस्करण के अनुसार उद्यम के कारोबार को देश की संपत्ति से जोड़ता है.

इफको की रफ़्तार है दमदार (IFFCO's speed is strong)

इफको पिछले वित्तीय वर्ष में 65वें स्थान से समग्र टर्नओवर रैंकिंग में 60वें स्थान पर पहुंच गया है. इस विकास पर प्रतिक्रिया देते हुए इफको के एमडी डॉ यू एस अवस्थी (IFFCO MD Dr. U.S Awasthi) ने कहा कि, "यह इफको और भारतीय सहकारी आंदोलन के लिए भी गर्व का क्षण है.

इफको हमेशा किसानों की आय को दोगुना करने के लिए पीएम के मिशन चलाया जा रहा है, ताकि  देशभर में किसानों का विकास हो सके, साथ ही सहकारी आंदोलन को मजबूत किया जा सके.

उन्होंने आगे कहा, "हम नवाचार में विश्वास करते हैं, क्योंकि यह सफलता की कुंजी है, इसलिए हमने कृषि के लिए नैनो तकनीक आधारित समाधान पेश किए, विशेष रूप से वैकल्पिक उर्वरक, जिसकी शुरुआत दुनिया के पहले इफको नैनो यूरिया लिक्विड से हुई.

इफको नैनो यूरिया तरल भारतीय किसानों द्वारा अच्छी तरह से प्राप्त किया गया है, जिसने हमारे संकल्प को मजबूत किया है. हम जल्द ही इफको नैनो डीएपी और अन्य नैनो टेक्नोलॉजी आधारित उत्पादों को लॉन्च करेंगे. इस बड़ी उपलब्धि के लिए इफको और देश की पूरी सहकारी बिरादरी में सभी को बधाई भी दी.

मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत (Make in India and Self-Reliant India)

रिपोर्ट में दिखाया जा रहा है कि IFFCO मेक इन इंडिया परियोजना को बढ़ावा देते हुए आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि (Self-Sustaining Agriculture) के मिशन को साकार करने के लिए भारतीय सहकारिता के उत्साह का प्रमाण है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Honorable Prime Minister Narendra Modi) के सहकार से समृद्धि के दृष्टिकोण से प्रेरित इफको नैनो प्रौद्योगिकी आधारित इफको नैनो यूरिया लिक्विड के सफल प्रक्षेपण के साथ नवाचार की ओर बढ़ता रहता है. यह एक ऐसा उत्पाद है, जिसमें हमारे कृषि करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव की क्षमता है.

केंद्र सरकार का मिल रहा समर्थन (Getting support from central government)

गृह मंत्री अमित शाह (Honorable Home Minister Amit Shah) के नेतृत्व में नवनिर्मित केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय (Newly created Union Ministry of Cooperation) के समर्थन ने प्रयासों को गति दी है. नैनो डीएपी और अन्य नवोन्मेषी उत्पादों के साथ, इफको केवल वैश्विक सहकारी मंच पर और भी अधिक प्रभाव डाल रहा है, रैंकिंग में सुधार उसी के लिए एक संकेत है.

इसके अलावा इंटरनेशनल कोऑपरेटिव अलायंस (ICA) और यूरोपियन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑन कोऑपरेटिव एंड सोशल एंटरप्राइजेज ने एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के दौरान वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनिटर के 2021 संस्करण का शुभारंभ किया गया.

English Summary: IFFCO ranks first among world's top 300 cooperative societies
Published on: 02 December 2021, 04:59 PM IST

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