देश के कई किसान मोदी सराकर (Modi Government) की पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Scheme) का लाभ उठा रहे हैं. इस योजना के लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) भी मुहैया करवाया जाता है. इसके जरिए किसानों को कम ब्याज पर लोन उपलब्ध होता है. इसकी मदद से किसान अपना लोन आसानी से चुका पाते हैं. अगर किसान बैंकों की महंगी दर पर ब्याज लेने की जगह किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लें, तो उन्हें ज्यादा लाभ मिलता है. इसके तहत 3 लाख रुपए तक का लोन बिना गारंटी पर उपलब्ध कराया जाता है. इसके साथ ही 5 साल में 3 लाख रुपए तक का शॉर्ट टर्म लोन दिया जाता है. इसकी ब्याज दर 4 प्रतिशत होती है.
कई बार आपके मन में सवाल आता होगा कि आखिर किसान क्रेडिट कार्ड के तहत दिए जाने वाले लोन पर ब्याज कैसे कैलकुलेट किया जाता है? आइए आज आपको इस संबंध में पूरी जानकारी देते हैं. सबसे पहले इस लोन की समय सीमा के विषय में जानना होगा कि किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लोन कितने टाइम पीरियड के लिए दिया जाता है.
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लोन पर ब्याज कैलकुलेट करना
आपको बता दें कि वैसे लोन 9 प्रतिशत की दर से मिलता है, लेकिन इस पर सरकार द्वारा 2 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है. लिहाजा, यह 7 प्रतिशत हो जाता है, तो वहीं अगर इस लोन को समय पर लौटा दिया जाए, तो इस पर 3 प्रतिशत की छूट और मिलती है. इसका मतलब है कि किसान को सिर्फ 4 प्रतिशत की दर से ब्याज चुकाना होता है. बता दें कि अगर किसान अन्य बैंक से लोन लेता है, तो उन्हें 8 से 9 प्रतिशत का ब्याज चुकाना पड़ता है.
5 साल के लिए वैलिड होता है कार्ड
सरकार की तरफ से किसान क्रेडिट कार्ड की वैलिडिटी 5 साल तय की गई है. इसके बाद कार्ड को रिन्यू कराना पड़ता है. इसके लिए कार्डधारक को-ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और आईडीबीआई बैंक, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा जहां से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया है, वहां संपर्क कर सकते हैं।