सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 15 January, 2020 12:20 PM IST

हरियाणा में लगातार कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे किसानों की आमदनी में बड़ा बदलाव हो सके. इसी दौरान कृषि विभाग ने किसानों को फसल विविधिकरण की तरफ मोड़ने के लिए एक नया फॉर्मूला तैयार किया है. इस फॉर्मूले से उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी. बता दें कि राज्य़ में कृषि मार्केटिंग बोर्ड एक योजना पर तेजी से काम रहा है, ताकि किसानों और ग्राहकों के बीच से बिचौलियों को किसानों और ग्राहकों से अलग-अलग आढ़त वसूला जाता है, इसलिए बिचौलियों को हटा दिया जाए. इस योजना के तहत किसान खुद अपनी फसल को सीधे मंडियों में बेच सकेंगे. इतना ही नहीं, उन्हें मार्केटिंग बोर्ड से आढ़तियों की तरह लाइसेंस लेने की भी ज़रूरत नहीं पड़ेगी. हरियाणा सरकार ने तय किया है कि 4 से 6 गांवों को आपस में जोड़ा जाएगा, ताकि उनकी सभा ज़रूरतों को ग्राम हाट (बाजार) से पूरा किया जा सके.

आपको बता दें कि किसानों को अपनी फसल सब्जी मंडी में आढ़तियों को बेचने के लिए लाइसेंस की ज़रूरत पड़ती है. इससे सबसे ज्यादा नुकसान होता है, क्योंकि किसानों और ग्राहकों से अलग-अलग आढ़त वसूला जाता है, इसलिए बिचौलियों को हटाने के लिए जोर दिया जा रहा है. यह व्यवस्था उन सभी किसानों के लिए खुली है, जो अपने उत्पाद को खुद मंडी में बेचना चाहते हैं. ध्यान दें कि बस किसानों को संबंधित मार्केटिंग बोर्ड में अपना नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा. इसके अलावा कृषि मार्केटिंग बोर्ड ने ऐसे किसानों को फार्मर प्रोड्यूस आर्गेनाइज़ेशन (एफपीओ) का नाम भी दिया है, जो अपने उत्पाद को खुद बेचने के लिए आगे बढ़ते हैं.

जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा में अभी तक लगभग 450 एफपीओ अपने उत्पाद को बेचने के लिए आगे आ चुका है. एफपीओ को मंडियों में अपने उत्पाद बेचने के लिए 15 बाई 15 का फड़ उपलब्ध कराया जाएगा. बता दें कि राज्य में एफपीओ की संख्या बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है. सरकार एफपीओ को प्रमोट करने के लिए ग्राम हाट (बाजार) योजना भी तैयार कर रही है.

ऐसा होगा ग्राम हाट

इस योजना के तहत 4 से 6 गांवों को मिलाकर एक ग्राम हाट तैयार बनाया जाएगा. यह हाट एफपीओ चलाएंगे, जो मार्केटिंग बोर्ड के पास रजिस्टर्ड होंगे. ध्यान दें कि इन्हीं हाट से संबंधित गांवों के लोग उत्पाद को खरीद सकेंगे. हर हाट में लगभग 10 से 15 दुकानें खोली जाएंगी. इसके लिए अभी तक लगभग 196 प्वाइंट का चयन हो गया है. जहां ग्राम हाट ग्राम बनेंगे.

पंचायतों से लीज़ पर ली ज़मीन

मार्केटिंग बोर्ड ने ग्राम हाट के लिए पंचायतों से चार-चार एकड़ ज़मीन लीज़ पर ली है. एक एकड़ पर ग्राम हाट बनाने की योजना बनाई गई है. बता दें कि राज्य में लगभग 200 हाट बनाने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है. यहां किसानों के आराम के लिए एक रेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा.

कृषि मंत्री जेपी दलाल का कहना है कि हरियाणा सरकार पीएम नरेंद्र मोदी के लक्ष्य और सपने को पूरा करने के लिए प्रयास कर रही है जिससे किसानों की आय दोगुनी हो. इसके अलावा सरकार तमाम परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिनसे किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके. फिलहाल सराकर ने किसानों को फसल विविधिकरण की तरफ मोड़ने के लिए जोर दिया है.  

ये भी पढ़ें: शेडनेट हाउस से मिलेगी खेती में सफलता, एक बार ज़रूर अपनाएं

English Summary: haryana government working on formula to increase farmers income
Published on: 15 January 2020, 12:34 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now