सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 16 June, 2020 4:56 PM IST

हरियाणा किसानों के लिए बागवानी विभाग द्वारा एक बड़ी खुशखबरी दी गई है जिसमें किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत एक बड़ा लाभ दिया जाएगा. दरअसल, राज्य के किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि इस बार वह धान की जगह सब्जियों की खेती करें. इसके लिए किसानों को बागवानी विभाग और कृषि विभाग द्वारा अनुदान राशि प्रदान की जाएगी. 

किसानों को मिलेगा अनुदान

अगर किसान धान न लगाकर हाइब्रिड सब्जी उगाते हैं, तो उन्हें बागवानी विभाग की तरफ से 8 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा, साथ ही कृषि विभाग की तरफ से 7 हजार रुपए प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जाएगी. इसके अलावा किसानों को सब्जी का बीज भी निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा. इतना ही नहीं, अगर किसान खेती में ड्रिप प्रणाली को अपनाते हैं, तो उन्हें 40 हजार रुपए तक की अनुदान राशि प्रदान की जाएगी.

ये खबर भी पढ़ें: करोड़ों खाताधारकों के लिए 30 जून से बदल जाएंगे बैंकों के नियम, पढ़िए इसकी पूरी जानकारी

विभाग के मुताबिक...

इस बार राज्य में 900 एकड़ में सब्जी की खेती करने का लक्ष्य तय किया गया है, जिसको बागवानी विकास मिशन के तहत पूरा किया जाएगा. बता दें कि हाल ही में हरियाणा सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना शुरू की है. इस योजना के तहत किसानों को पानी की बचत करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इससे किसानों की आमदनी भी दोगुनी हो पाएगी.

राज्य सरकार का लक्ष्य

किसान कम पानी में अधिक पैदावार वाली फसलों की खेती करें. इसके लिए उन्हें धान की जगह अन्य फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. अगर इस बार किसान धान न लगाकर हाइब्रिड सब्जी की खेती करता है, तो उस किसान को बागवान विभाग और कृषि विभाग द्वारा अनुदान राशि दी जाएगी. इसमें कृषि विभाग द्वारा 7 हजार और बागवान विभाग द्वारा 8 हजार रुपए दिए जाएंगे. बता दें कि अगर किसान भिंडी की खेती करना चाहतें हैं, तो उन्हें नेशनल शीड कॉरपोरेशन द्वारा मुफ्त बीज भी उपलब्ध कराया जाएगा.

ये खबर भी पढ़ें: नोपल का जादुई पौधा बंजर जमीन को बनाएं खूबसूरत, उत्पादन पर टिकी है इस देश की अर्थव्यवस्था

English Summary: Haryana farmers will be given 15 thousand rupees for growing hybrid vegetables instead of paddy cultivation
Published on: 16 June 2020, 05:01 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now