ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने किया Tractor Ke Khiladi प्रतियोगिता का आयोजन, तीन किसानों ने जीता 51 हजार रुपये तक का इनाम Mandi Bhav: गेहूं की कीमतों में गिरावट, लेकिन दाम MSP से ऊपर, इस मंडी में 6 हजार पहुंचा भाव IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 3 March, 2021 6:22 PM IST

कृषि कानूनों के आने के बाद से किसानों के जेहन में इस बात को लेकर चिंता चरम पर है कि कहीं इससे एमएसपी को हमेशा के लिए खत्म न कर दिया जाए, लिहाजा इस बात से संशकित किसान विगत कई माह से सड़कों पर आंदोलनरत हैं. वे सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, सरकार किसानों के इस संदेह को मद्देनजर रखते हुए इस बात को कई मौकों पर स्पष्ट कर चुकी है कि इन कानूनों से एमएसपी पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. एमएसपी जस की तस जारी रहेगी. वहीं, विपक्षी दल भी लगातार किसानों के आंदोलन को यह कहकर हवा दे रही है कि इन कानूनों से  उनका एमएसपी खत्म हो जाएगा, लेकिन सरकार का बार-बार यही कहना है कि इससे एमएसपी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

वहीं, अब एमएसपी पर छिड़ी इन सभी बहसों के बीच केंद्र सरकार एमएसपी पर गेहूं की फसल की ताबड़तोड़ खरीद करने जा रही है. बताया जा रहा है कि रबी मार्केटिंग सीजन में सरकार किसानों से 39 फीसद गेहूं एमएसपी पर खरीदने जा रही है.  

भरमाने वालों मिला मुंहतोड़ जवाब

सरकार के मुताबिक, वे इतनी बड़ी मात्रा में गेहूं की फसल इसलिए खऱीदने जा रही, ताकि उन सभी लोगों को माकूल जवाब दिया जा सके, जो किसानों को यह कर भरमा रहे हैं कि इन कृषि कानूनों से एमएसपी को हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाएगा. बता दें कि सरकार ने ऐसे सभी भरमाने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए आगामी अप्रैल माह में 427.36 लाख टन गेहूं की खऱीद का लक्ष्य निर्धारित किया है. खरीद 1975 रूपए प्रति  क्विंटल की दर पर होगी. इस साल 10.92 टन गेहूं के फसल की उत्पादन लागत निर्धारित की गई है. इससे पूर्व 2020-21 में सरकार ने 389.92 लाख मिट्रिक टन गेहूं की फसल निर्धारित की थी.  

यहां जानें कहां से कितना खरीदा जाएगा

इसके साथ ही हम आपको बताते चले कि केंद्र सरकार विभिन्न राज्यों से गेहूं की खरीद करने जा रही है. सरकार ने इस साल मध्यप्रदेश से 135 लाख टन गेहूं खरीदा है. पंजाब से 130 लाख टन गेहूं खऱीदा है. हरियाणा से 80 लाख टन, उत्तर प्रदेश से 55 लाख टन, राजस्थान से 22 लाख टन फसल की खऱीद करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

English Summary: Govt is planing to purchase the Wheat on MSP from farmer
Published on: 03 March 2021, 06:27 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now