सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 17 April, 2020 1:43 PM IST

भारत सरकार ने कोरोना संकट को रोकने के लिए लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी है, लेकिन कृषि कार्यों को जारी रखने की छूट मिल गई है. इस दौरान कई राज्यों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर साल 2019–20 की रबी फसलों की खरीदी शुरू कर दी है. इसमें मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत कई अन्य राज्य शामिल हैं. इसी कड़ी में खरीदी केंद्रों पर भीड़ कम हो, इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने सख्त व्यवस्था की है. इसके अलावा किसानों को एक खास सुविधा दी है, ताकि किसान अपनी उपज को आसानी से केंद्र पर बेच पाएं. दरअसल, सरकार किसानों को एसएमस के जरिए सूचनी देगी कि फसल की खरीद कब और कहां होनी है.

इतने जिलों में खरीदी हुई शुरू

राज्य के लगभग 48 जिलों में गेहूं कि खरीदी शुरू हो चुकी है. बता दें कि भोपाल, इंदौर और उज्जैन में खरीदी शुरू नहीं हुई है, क्योंकि ये जिले कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हैं. सरकार इन जिलों के लिए किसानों के लिए आगे की तारीख़ का ऐलान करेगी. खास बात है कि इस बार कोरोना वायरस की वजह से खरीदी केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है. राज्य के 48 जिलों में कुल 4 हजार 305 केंद्र पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी होगी. इस बार गेहूं की खरीदी 1,925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से होगी.

किसानों को एसएमएस के जरिए मिलेगी सूचना

राज्य के 21 लाख किसानों को एसएमएस द्वारा सूचित किया जाएगा कि वह केंद्र पर अपनी उपज किस तारीख़ में बेच सकते हैं. अगर किसी किसान को एसएमएस नहीं मिलता है, तो उन्हें खरीदी केंद्र पर आने नहीं दिया जाएगा. बता दें कि किसानों को यह एसएमएस उपज खरीदी से 3 दिन पहले भेजा जाएगा.

किसान किस समय बेच पाएंगे फसल

राज्य में गेहूं खरीदी के लिए 48 जिलों को 2 पाली में बांट दिया गया है. पहली  पाली से सुबह 10 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक खरीद की जाएगी. दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक खरीद जारी रहेगी. बता दें कि हर एक पाली में 3-3 किसानों की उपज को तौला जाएगा. अगर कोई किसान किसी वजह से समय पर नहीं आ पाया है, तो उन्हें एक और मौका दिया जाएगा.

इन लोगों को खरीदी केंद्र पर जाना मना है

खरीदी केंद्रों पर केवल स्वस्थ किसानों को जाने की अनुमति दी गई है. सरकार का सख्त निर्देश है कि खरीदी केंद्र पर कोई भी वृद्धजन या बच्चा न जाए. अगर वृद्ध किसान चाहे, तो अपनी जगह किसी दूसरे नामित व्यक्ति को भेज सकता है.

हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते हैं संपर्क 

अगर किसान को फसल खरीदी के समय किसी भी प्रकार की शिकायत या समस्या है, तो वह सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर संपर्क कर सकता है. सभी खरीदी केंद्रों पर आने वाले किसान और कर्मचारियों को मास्क जरूर लगाना है. इसके साथ ही सैनेटाइज़र और साबुन की व्यवस्था की गई है. खरीदी केंद्रों पर सभी नियमों का पालन हो, इसके लिए खास पुलिस की व्यवस्था की गई है.

ये खबर भी पढ़ें: जानिए DBT क्या होता है और इसके अंतर्गत किन–किन सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है

English Summary: Government of Madhya Pradesh will inform farmers about wheat purchase through SMS
Published on: 17 April 2020, 01:49 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now