धर्म निरपेक्ष राष्ट्र होने के कारण भारत में हर एक त्योहार को पूरे धूम-धाम से मनाया जाता है. अन्य देशों के मुकाबले हमारे यहां सबसे ज्यादा अधिक त्यौहार मनाया जाता है.
हिन्दू संस्कृति की बात करें तो मकर संक्रांति से त्योहारों का जश्न हमारे यहाँ शुरू होता है और देवुष्ठान पर जाकर खत्म होता है. भारतीय संस्कृति और त्यौहार कुछ इस तरह आपस में गुथे हुए है की एक दूसरे के बिना अर्थहीन प्रतीत होते हैं. ऐसे में हमारा देश एक बार फिर त्योहारों का उत्सव मनाने के लिए तैयार है.
वहीं दूसरी तरफ बात करें तो त्योहार के सीजन में सभी चीजों के दाम बढ़ रहे हैं ऐसे में खाद्य तेलों के भाव मे कमी आई हैं, जिससे महाराष्ट्र की जनता को थोड़ी राहत जरूर मिली होगी. दिपावली त्योहार का मतलब रंग-बिरंगे पकवान और कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो दीपावली के दिन हर घर मे बनाई जाती हैं. इस साल दिवाली पर आप इस खाने का और भी लुत्फ़ उठा पाएंगे. केंद्र सरकार द्वारा आयात शुल्क में कटौती के कारण औरंगाबाद बाजार में सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल की कीमतें 5 रुपये से लेकर 10 रुपये तक कि गिरावट आयी हैं, जिसके बाद कारोबारियों ने कहा है कि निकट भविष्य में खाद्य तेल की कीमतों में और गिरावट आने की संभावना है.
31 मार्च 2022 तक जारी रहेगा नया शुल्क
दशहरे से ठीक पहले केंद्र सरकार ने 31 मार्च, 2022 तक पाम सोयाबीन और सूरजमुखी के कच्चे तेल पर सीमा शुल्क और कृषि उपकर में कटौती की घोषणा की हैं, कच्चे पाम तेल पर 7.5 प्रतिशत और सूरजमुखी के तेल पर 5 प्रतिशत कृषि उपकर लगाया जाएगा.
वहीं पाम तेल के लिए सीमा शुल्क घटाकर 8.25 %, सोयाबीन तेल के लिए 5.5 % और सूरजमुखी तेल के लिए 5.5 % कर दिया गया है. दामों में आई गिरावट के बाद अब इसका असर औरंगाबाद शहर के बाज़ारों में भी दिखने लगा है. सोयाबीन तेल 10 रुपये सस्ता हो गया है और 135 रुपये में बिक रहा है. पाम तेल 5 रुपये की गिरावट के साथ 150 रुपये पर बिक रहा है. साथ ही सूरजमुखी तेल की कीमत 150 रुपये प्रति लीटर है. निकट भविष्य में कीमतों में और भी गिरावट आने की संभावना जताई है.
नई मूंगफली से दामों में आई गिरावट
औरंगाबाद के व्यापारी जगन्नाथ बसई ने इस मामले पर अधिक जानकारी देते हुए कहा की बाजार में नई मूंगफली के आने से आने वाले सप्ताह में मूंगफली के तेल में 10 रुपये प्रति लीटर की और गिरावट आने की संभावना है. दामों में आई गिरावट की वजह से ये भी अंदाजा लगाया जा रहा है की इस बार मूंगफली की उपज अच्छी हुई है.
ये भी पढ़ें: सरसों के तेल की मिल लगाकर कमाएं मुनाफ़ा, कम निवेश में ऐसे शुरू करें बिजनेस
कुछ पैकिंग तेलों के दाम अभी भी नहीं हुए कम
तेल के दामों में आई गिरावटों को देखते हुए भी कुछ रिफाइनिंग मिलों ने अभी तक तेल की पैकिंग के दाम कम नहीं किए हैं. रिफाइनिंग ऑयल मिलों के पास खाद्य तेल का बड़ा भंडार हैं.
दिवाली को ध्यान में रखते हुए स्टॉक को ऊंचे भाव पर रखा जाता है. जब कि तेल की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है.