हरियाणा सरकार ने किसानों और गरीब मजदूरों के लिए खास कदम उठाया है, जिससे उन्हें एक बड़ी राहत मिल रही है. दरअसल, राज्य सरकार ने फैसला किया है कि अब राज्य की सभी मंडियों में किसानों और गरीब मजदूरों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐलान किया है कि राज्य की सभी मंडियों में अटल-किसान मजदूर कैंटीन खोली जाएंगी.
इस योजना के पहले चरण में लगभग 25 मंडियों में कैंटीन खोलने का लक्ष्य बनाया गया है, जिनमें से 11 कैंटीन खोली जा चुकी हैं. इनमें रोहतक, करनाल, पंचकूला, भिवानी, फतेहाबाद, नूंह, सिरसा, टोहाना, रेवाड़ी, घरौंडा और थानेसर की अनाज मंडियों का नाम शामिल है. बता दें कि राज्य में 80 से ज्यादा बड़ी मंडियां हैं, जहां किसानों और मजदूरों को कम रुपए में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.
मात्र 10 रुपए में मिलेगा भोजन
अटल-किसान मजदूर कैंटीन योजना के तहत भोजन की थाली मात्र 25 रुपए में पड़ेगी. इसमें एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड द्वारा 15 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी. यानी किसान औप मजदूरों को भोजन 10 रुपए में उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें तवा चपाती, चावल, दाल फ्राई, चावल, सीजनल सब्जी और पानी का इंतजाम किया गया है.
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15 रुपए की सब्सिडी वहन करेगा मार्केटिंग बोर्ड
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की मानें, तो सभी कैंटीन को अत्याधुनिक तौर पर बनाया गया है. हर एक मंडी में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं, जिससे किसानों और मजदूरों को दिए जाने वाले भोजन की व्यवस्था पर निगरानी रखी जा सके. इन कैंटीन को स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं संचालित करेंगी. बता दें कि सीएसआर स्कीम के तहत एचडीएफसी बैंक द्वारा इन कैंटीन में गैर बर्नर, चिमनी, डीप फ्रिजर और वाटर कूलर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इन पर लगभग 6 लाख रुपए का खर्च आएगा.
अन्य जानकारी
हरियाणा कृषि मार्केटिंग बोर्ड का कहना है कि राज्य में अभी तक जितनी कैंटीन खोली गई हैं, उनमें रोजाना लगभग 150 से 350 किसान औऱ मजदूरों को भोजन कराया जा रहा है. इन मंडियों में सस्ती दरों पर भोजन दिया जा रहा है. इसके साथ ही कैंटीन में बनने वाले भोजन की क्वालिटी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. बता दें कि राज्य की बाकी मंडियों में कैंटीन खोलने के प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं.