इसमें कोई दो राय नहीं कि आने वाला समय पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) का नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक वाहनों का है, जिसपर भारत ने अपना कदम तेज़ी से बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Road Transport Minister Nitin Gadkari) ने हाल ही में कहा है कि प्रौद्योगिकी और हरित ईंधन (Technology and Green Fuel) में तेजी से प्रगति से इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल (Electric Automobile) की लागत कम हो जाएगी, जिससे वे अगले दो वर्षों में पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के बराबर हो जाएंगे.
इलेक्ट्रिक वाहन में खर्चा है बहुत ही कम (Less Investment in Electric Vehicles)
नितिन गडकरी ने इसपर कहा कि "मैं अधिकतम दो वर्षों के भीतर कह सकता हूं, इलेक्ट्रिक स्कूटर, कार, ऑटो-रिक्शा की कीमत पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर, कार, ऑटोरिक्शा के समान होगी. लिथियम-आयन बैटरी की कीमतें कम हो रही हैं. हम जिंक की इस रसायन शास्त्र को विकसित कर रहे हैं जिसमें आयन, एल्युमिनियम-आयन, सोडियम-आयन बैटरी शामिल हैं. अगर पेट्रोल पर आप 100 खर्च कर रहे हैं, तो इलेक्ट्रिक वाहन पर आप 10 रुपए ही खर्च करेंगे."
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, 2022-23 के लिए अनुदान की मांगों पर लोकसभा में जवाब देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने लागत प्रभावी स्वदेशी ईंधन (Indigenous Fuel) में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया और आशा व्यक्त की कि इससे दिल्ली जैसी जगहों पर प्रदूषण (Pollution Free Delhi) का स्तर जल्द ही कम हो जाएगा.
सड़क बुनियादी ढांचे के लिए 62000 करोड़ होंगे खर्च
गडकरी ने यह भी कहा कि यातायात की भीड़ को कम करने और प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली में 62,000 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं (Road Projects in India) शुरू की गई हैं.
ग्रीन हाइड्रोजन करेगा प्रदूषण की छुट्टी (Green Hydrogen)
गडकरी ने सांसदों से परिवहन के लिए हाइड्रोजन तकनीक अपनाने का भी आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन जल्द ही सबसे सस्ता ईंधन (Green Hydrogen Fuel) विकल्प होगा. इस महीने की शुरुआत में, गडकरी ने भारत का पहला ग्रीन हाइड्रोजन-आधारित उन्नत ईंधन सेल इलेक्ट्रिक वाहन (FCEV), टोयोटा मिराई लॉन्च किया है.
इलेक्ट्रिक वाहनों का चार्जिंग स्टेशन (Electric Vehicle Charging Stations)
गडकरी ने भारत में ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (EV Charging Infrastructure) की कमी पर चिंताओं को भी खारिज कर दिया है. दरअसल उन्होंने कहा कि "मैं ईवी चार्जिंग इंफ्रा की कमी के इस मुद्दे को कभी कम नहीं समझता, हर 40 किमी (राजमार्ग पर) सड़क के किनारे की सुविधाओं के साथ एनएचएआई 650 चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना है".
इलेक्ट्रिक वाहनों की है हाई डिमांड (High Demand of Electric Vehicles in India)
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 81 प्रतिशत लिथियम आयन बैटरी (Lithium Ion Battery) का उत्पादन कर रहा है.
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों में पर्याप्त वृद्धि हुई है क्योंकि जहां 2020 में 24,600 इलेक्ट्रिक वाहन थे वहीं ये बढ़कर वर्तमान में 49,500 से अधिक हो गए हैं. गडकरी ने यह भी कहा कि देश में कई स्टार्टअप वैकल्पिक बैटरी प्रौद्योगिकियों (Startup Alternative Battery Technologies) पर भी काम कर रहे हैं.