मशरूम में कई सारे पोषक तत्वों का भण्डार होता है, जो सेहत के लिए बहुत लाभदायी होते हैं. इसके अलावा मशरूम की खेती से आमदनी भी अच्छी पैदा होती है, इसलिए आज इस लेख के माध्यम से हम आपको मशरूम की एक ख़ास किस्म की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं. इससे आपको अपनी फसल से दोगुना मुनाफा मिल सकता है.
दरअसल, हाल ही में हल्द्वानी क्षेत्र के किसानों (Farmers Of Haldwani Region) को जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशालय स्थित समेटी व केवीके पिथौरागढ़ के वैज्ञानिक मशरूम गैनोडर्मा ल्यूसिडम की खेती करवा रहे हैं. मशरूम गैनोडर्मा ल्यूसिडम का इस्तेमाल औषधीय क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किया जाता है. इसका उपयोग कैंसर जैसी भयानक बीमारी की दवा बनाने के लिए किया जाता है.
जी हाँ किसानों को अच्छे मुनाफे के लिए वैज्ञानिक यह खेती अपनी निगरानी में करवा रहे है. इसके अलावा पैदा होने वाले मशरूम को निजी कंपनियों तक पहुंचाने के लिए चेन भी तैयार करने की कवायद चल रही है. अगर आप भी खेती कर अच्छा मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं, तो मशरूम गैनोडर्मा ल्यूसिडम की खेती आपके लिए अच्छा विकल्प साबित होगा.
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क्या है मशरूम गैनोडर्मा ल्यूसिडम (What is Mushroom Ganoderma Lucidum)
यह एक तरह की औषधीय है, जो कैंसर से लेकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता, ह्रदय रोग, शुगर और मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों से बचाव करता है. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है, इसलिए इसकी मांग बाजार में काफी रहती है. इससे किसानों को आमदनी काफी अच्छा हो सकती है.
मशरूम गैनोडर्मा ल्यूसिडम खेती करने का तरीका (Mushroom Ganoderma Lucidium Cultivation Method)
वैज्ञानिकों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, इसके लिए सबसे पहले पॉपुलर की लकड़ी के 6 इंच लंबे और 3 इंच व्यास के टुकड़ों को रासायनिक घोल में दाल कर उपचार किया जाता है. इसके बाद लैब में लाकर उसमें स्पॉन (बीज) डालते जाते हैं और एक हफ्ते के बाद जब इसमें मार्सिलिया नामक सफेद रंग की फंगस दिखाई देती है, तब इसमें मिट्टी और चूने का मिश्रण डाला जाता है. इसके बाद उचित तापमान वाली जगह पर रखकर मशरूम पैदा किया जाता है. इसके अलावा मशरूम को किसान पॉलीहाउस में भी उगा सकते हैं.