परिवर्तन ज़िंदगी का एक नियम है और जो लोग नौकरीपेशा है उनके लिए इसका अर्थ यह है कि "पुराने कर्मचारी बेहतर अवसरों के लिए चले जाते हैं और नए शामिल हो जाते हैं". कंपनी छोड़ते समय प्रक्रिया के प्रमुख हिस्सों में से एक फुल एंड फाइनल सेटलमेंट (Full and Final Settlement) है. इस प्रक्रिया में कर्मचारी के आखिरी दिन सारी राशियों का निपटान होता है.
क्या है फुल एंड फाइनल सेटलमेंट (Full and Final Settlement)
फुल एंड फाइनल सेटलमेंट या F&F में विभिन्न विभागों जैसे कि व्यवस्थापक (Admin), कार्यालय पुस्तकालय (Office Library), आईटी (IT), वित्त (Finance), मानव संसाधन (Human Resource) जैसे विभाग से मंजूरी शामिल है, जिससे कर्मचारी संबंधित है. कर्मचारी को कंपनी की सभी संपत्ति जैसे कि लैपटॉप, मोबाइल, कंप्यूटर, किताबें, या कोई अन्य चीज रिटर्न करनी होती है.
कंपनी एफ एंड एफ निपटान में किसी भी क्षति के लिए पैसे काट सकती है. यह प्रक्रिया मुख्य रूप से एक वित्तीय निपटान (Finance Settlement) है जिसमें कर्मचारी की अनपेड सैलरी, बकाया, अवैतनिक बोनस, गैर-प्राप्त अवकाश, पेंशन आदि शामिल है.
क्या है फुल एंड फाइनल सेटलमेंट का नियम (Full and Final Settlement Format)
वर्तमान में नियम के अनुसार, कर्मचारी के अंतिम कार्य दिन से 45 दिनों से 60 दिनों के बाद वेतन और देय राशि का पूरा भुगतान किया जाता है, और कुछ मामलों में तो यह 90 दिनों तक चला जाता है.
फुल एंड फाइनल सेटलमेंट का नया नियम (Full and Final Settlement New Rule)
इसी को देखते हुए नए नियम के अनुसार, एक कंपनी को नए वेतन कोड (New Wage Code) के मुताबिक किसी कर्मचारी के इस्तीफे, बर्खास्तगी या रोजगार और सेवाओं से हटाने के बाद उसके अंतिम कार्य दिवस के दो दिनों के भीतर फुल एंड फाइनल सेटलमेंट करना होगा.
नया वेतन कोड के तहत श्रम कानून का कहना है कि "जहां एक कर्मचारी को (i) सेवा से हटा दिया गया है या बर्खास्त कर दिया गया है (ii) छंटनी की गई है या सेवा से इस्तीफा दे दिया है या प्रतिष्ठान बंद होने के कारण बेरोजगार हो गया है तो उसके इस्तीफे के दो कार्य दिवसों के भीतर भुगतान किया जाएगा"
सरकार 1 जुलाई तक इन नए कानूनों को लागू करना चाहती है लेकिन कई राज्यों ने अभी तक इन नियमों की पुष्टि नहीं की है.