रबी सीजन की फसलों की बुवाई का समय आ गया है, जिसके चलते किसान भाई फसलों की बुवाई की तैयारियों में जुट गए हैं. फसलों की बुवाई की बात करें, तो बिना पानी यानि बिना सिंचाई के बुवाई और अच्छी फसल उत्पादन की कल्पना नहीं कर सकते हैं.
अगर परंपरागत तकनीक से फसलों की सिंचाई करें, तो उसमें काफी समय व श्रम लगता है. ऐसे में बिजली पंप की सहायता से फसलों की सिंचाई का कार्य आसान बनाया जा सकता है. इसकी सहायता से अधिक क्षेत्र में सिंचाई कार्य कम समय में किया जा सकता है. इसी क्रम में किसानों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सिंचाई के लिए निशुल्क कृषि पंप उपलब्ध कराए जाएंगे.
इसके साथ ही घरेलू उपभोक्ताओं को भी बिजली बिल में राहत दी है. बता दें कि मध्य प्रदेश के मंत्रि-परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को विद्युत दरों में 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी देने का फैसला किया है.
इन किसानों को मिलेगा फ्री कनेक्शन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसानों को 1 हेक्टेयर तक की भूमि के लिए 5 हॉर्सपावर तक के पंप नि:शुल्क बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे. देयक किसान की सम्पूर्ण राशि राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जाएगी.
इस योजना के तहत लगभग 9 लाख 25 हजार कृषि पंप उपभोक्ता लाभान्वित हो सकेंगे. इसके लिए लगभग 4733 करोड़ रुपए की राशि सब्सिडी के रूप में वितरण कंपनियों को दी जाएगी. इतना ही नहीं, उच्च दाब उदवहन/समूह सिंचाई उपभोक्ताओं को ऊर्जा प्रभार व वार्षिक न्यूनतम प्रभार में छूट मिल रही है. इसके लिए लगभग 90 करोड़ रुपए की राशि सब्सिडी के रूप में देय की जाएगी.
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कृषि पंप के कनेक्शन के लिए देने होंगे इतने रुपए
आपको बता दें कि हर साल 10 हॉर्स पावर तक की क्षमता के मीटर रहित स्थायी कृषि पंप के लिए 750 रुपए प्रति हॉर्स पावर की फ्लैट दर से देना होगा. बाकी राशि सब्सिडी के रूप में दी जाएगी.
इसके अलावा 10 हॉर्स पावर से अधिक की क्षमता के मीटर रहित स्थाई कृषि पंप के लिए 1500 रुपए प्रति हॉर्स पावर की फलैट दर से देना होगा. इसके साथ ही मीटर युक्त स्थाई और अस्थाई कृषि पंप संयोजनों पर भी राहत प्रदान की जाएगी.