Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 13 February, 2020 11:48 AM IST

देश के अलग-अलग राज्यों में कई किसानों ने खरीफ़ फसलों की बुवाई की है, लेकिन इस साल मौसम ने भी अपना मिजाज़ बदला है जिससे किसानों को अधिक बारिश से काफी नुकसान हुआ है, फिर भी उन्हें अभी तक खरीफ़ फसल में हुए नुकसान का मुआवज़ा नहीं मिला है. जबकि रबी फसलों की कटाई का वक्त आ चुका है. सभी किसानों को इंतज़ार है कि कब सरकार उनकी ओर ध्यान देगी. ऐसे में राजस्थान के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है कि किसानों को ज़ल्द ही खरीफ़ फसल में हुए नुकसान का मुआवज़ा दिया जाएगा.

राजस्थान के आपदा प्रबंधन औऱ सहायता मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल का कहना है कि ज़ल्द ही बाढ़ और बारिश से प्रभावित लगभग 18 जिलों को मुआवज़ा राशि भेजी जाएगी. केंद्र सरकार को लगभग 996 प्रभावित गांवों की रिपोर्ट भेज दी गई है. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा एनडीआरएफ़ के माध्यम से राशि आएगी, जो काश्तकारों को दी जाएगी.

ऐसे किसानों को मिलेगा मुआवज़ा

किसानों को खरीफ़ फसलों के नुकसान का मुआवज़ा लेने के लिए तहसीलदार से संपर्क करना पड़ता है. तहसीलदार काश्तकार का नाम विभाग को भेजता है. इसके बाद जिला कलेक्टर को राशि आवंटित कर दी जाती है. जानकारी के मुताबिक, अब तक लगभग 193 करोड़ 28 लाख रुपये की राशि जिला कलेक्टरों को दी गई है. रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 में बाढ़ से लगभग 18 जिलों में खरीफ़ फसल में लगभग 33 प्रतिशत नुकसान हुआ है. ध्यान दें कि काश्तकार को इस मुआवज़े की राशि ऑनलाइन भेजी जाती है.   

केंद्र सरकार को भेजी रिपोर्ट

साल 2019 में बाढ़ से हुए खरीफ़ फसलों के नुकसान की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी है. जानकारी के मुताबिक, प्रभावित किसानों को कृषि आदान अनुदान वितरण के तहत ज़ल्द ही भुगतान दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि राज्य के जिलों के लिए लगभग 79.90 करोड़ रुपये आवंटित कर दिये गए है, जिसके भुगतान की प्रक्रिया जारी है.

ये खबर भी पढ़ें: अदरक की फसल को रोग और कीटों से बचाएं, होगा अच्छा मुनाफ़ा

 

English Summary: farmers will soon get compensation for loss of kharif crop
Published on: 13 February 2020, 11:51 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now