Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 16 November, 2022 11:54 AM IST
किसानों को मिलेंगे 5,000 रुपए

MukhyaMantri Prakritik Krishi Yojana: किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक खेती सबसे अच्छी मानी जाती है. भारत सरकार भी इस खेती के लिए समय-समय पर किसानों की आर्थिक मदद करती रहती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्राकृतिक खेती को केमिकल मुक्त खेती भी कहा जाता है.

प्राकृतिक खेती से किसानों को कई गुणा लाभ मिलता है. क्योंकि यह खेती पर्यावरण संरक्षण और मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है. आइए इस लेख में जानें की सरकार की किस योजना के अंतर्गत किसान भाइयों को प्राकृतिक खेती के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त होगी.

प्राकृतिक खेती के लिए सरकार दे रही 5000 रुपए (Government is giving 5000 rupees for natural farming)

किसानों की आय बढ़ाने और राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सरकार आगे आई है. बता दें कि उत्तराखंड सरकार हर साल राज्य के किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए लगभग 5000 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से राशि उपलब्ध करवाती है.

यही नहीं सरकार के द्वारा किसानों को नेचुरल फार्मिंग की ट्रेनिंग और खाद बनाने की भी जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी. इस विधि के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है. इसके लिए सरकार ने मुख्यमंत्री प्राकृतिक कृषि योजना (MukhyaMantri Natural farming Scheme) भी चलाई है. इस योजना के अंतर्गत खेती को बढ़ावा देने के अलावा फंडिंग व अन्य कई कार्य भी शामिल किए जाएंगे.  

राज्य के 11 जिलों में क्लस्टर बनेंगे (Clusters will be formed in 11 districts of the state)

इस योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए सरकार लगभग 11 जिलों में 128 कलस्टर भी तैयार करेगी और साथ ही राज्य के 6400 हेक्टेयर रकबे पर प्राकृतिक खेती को दोबारा जीवित करने पर जोर दिया जाएगा. इसके लिए 50 हेक्टेयर का एक क्लस्टर भी तैयार हो चुका है.

प्राकृतिक खेती को बढ़ाने के लिए कृषि निदेशक गौरीशंकर का कहना है कि राज्य में फिलहाल 11 जिलों में अभी गाय आधारित खेती ही की जाएगी. जिसमें रासायनिक खाद का प्रयोग बिलकुल नहीं होगा.  

भारत में प्राकृतिक खेती पर एक नजर

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर के करीब 15 राज्यों में प्राकृतिक खेती की जाती है. देखा जाए तो भारत में प्राकृतिक खेती करने वाले किसान भाइयों की आबादी 16.78 लाख तक है.

वर्तमान समय में प्राकृतिक खेती करने वाला सबसे बड़ा राज्य गुजरात बन रहा है. यहां पर 3.17 लाख हेक्टेयर तक जीरो बजट खेती चल रही है. इसके बाद दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश है. यहां लगभग 2.9 लाख हेक्टेयर में गाय आधारित खेती होती है. 

English Summary: Farmers will get Rs 5,000 for natural farming, training will be given for farming and fertilizers
Published on: 16 November 2022, 12:01 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now