कृषि की दुनिया में जैविक खेती (Grant Will Be Given For Horticulture) एक मूलमंत्र की तरह होता है, जो खेती में आमदनी को और फसल की गुणवत्ता को बढ़ाता है. लोग आमतौर पर मानते हैं कि यह खेती का एक नया तरीका है, लेकिन ऐसा नहीं है. जैविक खेती प्राचीन काल से चली आ रही है.
जैविक खेती एक ऐसी प्रणाली है, जो सिंथेटिक इनपुट (Synthetic Input) यानि उर्वरक, कीटनाशक, आदि के उपयोग से फसलों को बचाती है. जैविक खेती किसानों को आमदनी के लिए अच्छा श्रोत है. सरकार भी जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए (Government Also To Promote Organic Farming) किसानों को प्रोत्साहित करती है. किसानों को जैविक खेती के लिए अनुदान भी दिया जाता है.
5 लाख किसानों को होगा फायदा (5 Lakh Farmers Will Benefit)
हाल ही में राजस्थान के सीएम ने कृषि क्षेत्र में अधिक सुधार के लिए एवं कृषि आय को जैविक खेती के जरिये बढाने के लिए राज्य के किसानों के लिए एक अलग से कृषि बजट पेश किया था.
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बागवानी के लिए दिया जायेगा अनुदान (Grant Will Be Given For Horticulture)
जैविक प्रमाणीकरण के लिए संभाग स्तर पर लैब स्थापित की जाएगी, जिस पर 15 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार एक ही समय में बागवानी मिशन (Horticulture Mission) पर 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसमें 15000 किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों को 100 करोड़ में 2 साल में फलों के बाग विकसित करने के लिए अनुदान (Grant For Developing Fruit Orchards) दिया जाएगा.