ड्रिप-मल्चिंग तकनीक से हो रही उन्नत खेती, जानें क्या है यह विधि और किन फसलों के लिए है लाभदायक Flowers Tips: पौधों में नहीं आ रहे हैं फूल तो अपनाएं ये सरल टिप्स ICAR-IARI ने कई पदों पर निकाली भर्ती, बिना परीक्षा होगी सीधी भर्ती, वेतन 54,000 रुपये से अधिक, ऐसे करें अप्लाई Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 10 January, 2022 2:42 AM IST
Krishak Pathshala

कृषि एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें लागत से कहीं ज्यादा मुनाफा प्राप्त होता है. शायद यही वो वजह है की देश की आधी से ज्यादा आबादी कृषि कार्य और खेती पर निर्भर है. तो वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार और केंद्र सरकार भी कृषि कार्यों को बढ़ावा देते हुए कई तरह की योजनाओं को संचालित कर किसानों का मुनाफा करवा रहे हैं.

एक ऐसा ही मामला झारखण्ड राज्य से है. जहाँ किसानों को खेती के प्रति जागरूक करने के लिए राज्य में कृषक पाठशाला शुरू किया जा रहा है. कृषक पाठशाला एवं बिरसा ग्राम विकसित करने की योजना के तहत किसानों को फसल उत्पदान और बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने कार्य शुरू किया है.

आजीविका के लिए कृषि की भूमिका महत्वपूर्ण है (The Role Of Agriculture Is Important For Livelihood)

राज्य के कृषि अधिकारीयों का कहना है कि किसानों की आजीविका का मुख्य आधार कृषि होता है. वहीँ राज्य में लगभग 75 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी हैं जो खेती-बाड़ी पर निर्भर है. इसके अलावा उससे जुड़ा पशुपालन जैसे पशुधन और मत्स्य पालन आदि भी करते है.

यह उनके दैनिक जीवन में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए इसे और बढ़ावा देने की प्राथमिकता के साथ सरकार किसानों को बेहतर खेती के लिए प्रोत्साहित करने की योजना बना रही है.

इस खबर को पढें - बड़ी खुशखबरी! देश की पहली मोबाइल हनी प्रोसेसिंग वैन हुई लॉन्च, जानें कैसे उठाएं इसका लाभ

सतत खेती को दिया जाएगा प्रशिक्षण (Sustainable Farming Will Be Given Training)

कृषक पाठशाला में बिरसा गांव के किसानों को वैज्ञानिक तकनीक से खेती करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. कृषक पाठशाला के माध्यम से उत्पादित माल को सप्लाई चेन, कस्टम हियरिंग सेंटर और मार्केट लिंकेज की सुविधा प्रदान की जाएगी. सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं को एक साथ लाया जाएगा.

पीएमयू का होगा गठन (PMU Will Be Formed)

कृषि निदेशालय द्वारा कृषि, बागवानी, पशुपालन और मत्स्य पालन से संबंधित एक विशेषज्ञ एजेंसी को तीन साल के लिए पैनल में रखा जाएगा. इसके साथ ही कृषि निदेशालय द्वारा तीन साल के लिए 3-4 सदस्यीय राज्य स्तरीय पीएमयू का गठन किया जाएगा. कार्य व जिम्मेदारी कार्यकारिणी एजेंसी व गठित पीएमयू को दी जाएगी. इसके माध्यम से बिरसा गांव के किसानों और मजदूरों का प्रशिक्षण और क्षमता विकास पारिश्रमिक पर लिया जाएगा और उनके द्वारा किए गए कार्यों का भुगतान किया जाएगा. किसान स्कूल को क्रम में रखने के लिए पारिश्रमिक मानदेय पर तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय से एक प्रशिक्षक लेना शामिल होगा.

English Summary: farmers of Jharkhand will study farming in krishak pathshala
Published on: 10 January 2022, 04:20 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now