झारखंड के किसानों के लिए राज्य सरकार ने एक खास तोहफा दिया है. अब राज्य की हरी सब्जियां विदेशों में भी धूम मचाएंगी. कृषि विभाग (Agriculture Department) की तरफ से एक खास पहल लागू की गई है. इसके पहले चरण में राजधानी रांची और जमशेदपुर के आसपास के क्षेत्रों में उगने वाली सब्जियों (Vegetables) को विदेश भेजा जाएगा. इसकी पूरी तैयारी की जा रही है. बता दें कि सब्जियों को कोलकाता से कार्गो के जरिए विदेश भेजा जाएगा. इस तरह लगभग 500 किसानों को सीधे तौर पर लाभ मिल पाएगा. इसके दूसरे चरण में हजारीबाग, रामगढ़ और गुमला के किसानों की सब्जियों को विदेश भेजा जाएगा. यहां सब्जियों का उत्पादन महिला समूह मिलकर कर रहे हैं. इसके बाद अन्य बाकी जिलों के किसानों को लाभ दिया जाएगा.
राज्य के कृषि मंत्री का कहना है कि इस पहल से किसानों की आमदनी 3 गुना तक बढ़ पाएगी. इसके साथ ही किसान कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन पाएंगे. आपको बता दें कि झारखंड के सहजन की फली और कटहल को पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली में बहुत पसंद किया जाता है. यहां हर साल लगभग 40 लाख मीट्रिक टन सब्जियों का उत्पादन होता है.
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यहां सब्जियों की उत्पादकता 14.8 एमटी प्रति हेक्टेयर है. इसके अलाव राज्य में भिंडी, कद्दू, करेला, आलू, मटर, हरी मिर्च, कटहल, ड्रम स्टिक, टमाटर, बैंगन, गोभी, बीन्स, ब्रोकली, गिलकी समेत अन्य सब्जियों का भरपूर उत्पादन किया जाता है. यहां उपजने वाली भिंडी, करेला, मूंगा सूटी, कद्दू, खीरा, फ्रेंचबीन, कटहल, झींगा, परबट्टी आदि सब्जियों को बहुत पसंद किया जाता है. मगर फिर भी खेतों में पसीना बहाने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है. ऐसे में एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा), इ-नैम, कृषि विभाग और संस्था ऑल सीजन फॉर्म फ्रेश की तरफ से किसानों की सब्जियों को विदेश भेजने की तैयारी की जा रही है. उम्मीद है कि इस तरह किसानों को फसल के उचित दाम मिल पाएंगे, साथ ही उन्हें आर्थिक बदहाली से मुक्ति मिल पाएगी.
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