Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 15 December, 2021 4:13 PM IST
Mustard

कृषि क्षेत्र हर रोज अपनी उन्नति की और कदम बढ़ा रहा है. वहीं ऐसी ही एक खबर राष्ट्रीय संघ, सेंट्रल ऑर्गनाइजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड से (National Federation, Central Organization for Oil Industry and Trade) आ रही है. दरसअल, भारत में खाद्य तेल उद्योग के COOIT ने अनुमान लगाया जा रहा है कि 2021-22 की फसल के रबी सीजन (Rabi Season) में देश का सरसों का उत्पादन बढ़कर 100-110 लाख टन हो जाएगा. बता दें कि किसानों द्वारा अधिक सरसों की बुवाई (mustard sowing) पिछले साल से लगभग 30 प्रतिशत ज्यादा है.

रबी सीजन की प्रमुख फसलों में से एक सरसों (Mustard) है. और इस फसल का वर्ष 2020-21 (जुलाई-जून) में 85 लाख टन रहा था लेकिन इस साल और भी अधिक उत्पादन होने वाला है. भारत (India) और एशियाई देशों (Asian Countries) में सरसों का उपयोग भारतीय खाना पकाने में लोकप्रिय रूप से किया जाता है. सरसों के तेल (Mustard Oil) के उत्पादन में भारत नंबर वन है.

सरसों उत्पादन अनुमानों के बारे में विस्तार से बताते हुए, केंद्रीय तेल उद्योग और व्यापार संगठन के अध्यक्ष बाबूलाल डेटा ने कहा, “राजस्थान सहित सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में इस साल सरसों की बुवाई में काफी वृद्धि हुई है. हमारा अनुमान है कि 2021-22 सीजन में उत्पादन बढ़कर 100-110 लाख टन हो सकता है.

मिल सकता है अधिक मुनाफा (Farmers can get more profit)

भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक चालू रबी बुवाई के मौसम में 10 दिसंबर 2021 तक रेपसीड और सरसों के बीज का रकबा 81.66 था लाख हेक्टेयर, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 65.97 लाख हेक्टेयर था.

बता दें कि किसानों को पिछले रबी सीजन में उनकी सरसों की फसल के अच्छे दाम मिले थे. यही वजह है कि उन्होंने वर्तमान रबी सीजन में सरसों के तहत अधिक रकबा डाला है. वहीं मौसम की स्थिति भी अब तक अनुकूल रही है.

यह भी पढ़ें: जानिए केंचुआ खाद बनाने का सरल तरीका और इसके फायदे

सरसों की सुर्खियां (Mustard Highlights)

  • सरसों खाद्य तेल देती है जिसका उपयोग खाना पकाने के लिए किया जाता है.

  • दुनिया भर में सरसों के बीज का उपयोग सब्जी और करी बनाने में मसाले के रूप में किया जाता है.

  • अचार बनाने में सरसों के दाने और तेल का प्रयोग किया जाता है.

  • युवा पौधों की पत्तियों का उपयोग सब्जी के रूप में किया जाता है.

  • इसका उपयोग मवेशियों को खिलाने के लिए भी किया जा सकता है.

क्या है COOIT (What is COOIT)

1952 में स्थापित, COOIT भारत के वनस्पति तेल क्षेत्र के विकास में लगा हुआ है.COOIT देश में संपूर्ण वनस्पति तेल क्षेत्र के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाला राष्ट्रीय संघ है और इसके सदस्यों में राज्य-स्तरीय संघ, उद्योग में प्रमुख विनिर्माण और व्यावसायिक चिंताएं, व्यापार और निर्यात घराने, अन्य हितधारकों के बीच शामिल हैं.

English Summary: Farmers cultivating mustard can get big profits this year
Published on: 15 December 2021, 04:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now