देशभर में मौसम ने ली करवट! यूपी-बिहार में अब भी बारिश का अलर्ट, 18 सितंबर तक झमाझम का अनुमान, पढ़ें पूरा अपडेट सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 25 May, 2020 11:04 AM IST

कोरोना और लॉकडाउन ने आम लोगों की जिंदगी को बदल कर रख दिया है. इस स्थिति में सबसे ज्यादा गरीब किसान, और मजदूरों को बेबस बनाया है. इसी बेबसी की एक तस्वीर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से सामने आई है. जहां एक मजबूर किसान इतना बेबस हो गया कि खेत में फसल उगाने के लिए अपने दो बेटों को हल से लगाकर किसान जुताई करना लगा. इस संकट की घड़ी ने कई बेबस किसान और मजदूरों की जिंदगी को बदलकर रख दिया है. किसान को हमेशा किसी न किसी मूसीबत से जूझना पड़ता है फिर चाहे बेमौसम बारिश, सूखा, आंधी, तूफान हो या फिर फसल न बिकने की वजह से आर्थिक तंगी.किसान की मानें, तो लॉकडाउन के चलते सब्जियों की पूरी फसल खराब हो गई, जिससे किसान को काफी नुकसान हुआ है. इसी दैरान उसके बैल भी बीमार पड़ गए हैं, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वह बैलों का इलाज नहीं करा पा रहा है. किसान जयदेव दास छिंदवाड़ा के सांवले बाड़ी का रहने वाले है, जिसने अपने बेटों को ही बैल बनाकर हल से खेत की जुताई करवाई है ताकि दूसरी फसल के लिए खेत को तैयार किया जा सके.

किसान जयदेव दास का कहना है कि उसके दो बैल हैं. मगर एक बैल बीमार पड़ गया है, लिन उसके पास इतने पैसा नहीं हैं कि वह बैल का इलाज करा सके या फिर एक नया बैल खरीद सके. ऐसे में अपने बेटों को ही बैल बनाकर काम कराना पड़ रहा है.किसान के बेटों का कहना है कि हमारी आर्थिक हालत बहुत खराब है. इस साल फसल भी बर्बाद हो गई है, तो आधी फसल बाजार में बिक नहीं पाई. किसान के पास 2 एकड़ जमीन है, जिसमें वह सब्जियों की खेती करके अपने परिवार का गुजरा करता है. कोरोना और लॉकडाउन की वजह से कई किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है, तो वहीं कई किसानों को खेती में करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

ये खबर भी पढ़े: Aatmanirbhar Bharat Abhiyan के सहारे किसान करेंगे औषधियों की खेती, ये राज्य बना रहा है योजना

English Summary: Farmer photo of helpless in lockdown
Published on: 25 May 2020, 10:16 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now