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Updated on: 22 March, 2020 12:45 PM IST

इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कहर को झेल रही है. देशभर में वायरस से बचने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. इसके फैलाव को कम करने के लिए सरकार प्रतिदिन  नया और ठोस कदम उठा रही है. इसके संक्रमण को रोकने के लिए सरकारें कड़ी सावधानियां बरत रही हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम फैसला लिया है.

दरअसल, आज के दौर में आधुनिक तकनीक का अधिक उपयोग किया जा रहा है. कृषि क्षेत्र में भी किसानों को सराकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए आधार कार्ड द्वारा उंगलियों के निशान लिए जाते हैं. इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाती है. इस समय कोरोना वायरस का संक्रमण अधिक फैल रहा है. ऐसे में डर बना हुआ है कि कहीं किसानों की उंगलियों के निशान लेने से इसका खतरा और बढ़ न जाए. इसके चलते ही किसानों के उंगलियों के निशान लेने वाली प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. इतना ही नहीं, जहां किसानों की उंगलियों के निशान लेना बेहद जरूरी है, वहां सरकार सैनिटाइजर की व्यवस्था उपलब्ध करा रही है.

पी.ओ.एस. मशीन को किया जाएगा सैनिटाइज

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही का कहना है कि सभी उर्वरक बिक्री केन्द्र को सैनिटाइज जरूर किया जाए और सेनेटाइजर भी रखे . इसके साथ ही किसानों को भी ध्यान रखना है कि जब वह उर्वरक खरीद  रहे हों, तो उस समय अपने हाथों और उर्वरक को सैनिटाइज जरूर करें. जानकारी के लिए बता दें कि किसानों को उर्वरक खरीदने के लिए पी.ओ.एस. मशीन पर अंगूठा लगाने की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में कोरोना वायरस फैलने की आशंका बढ़ जाती है, इसलिए जरूरी है कि सभी उर्वरक बिक्री केन्द्र पर सैनिटाइजर किया जाए.

कृषि मंत्री के इन निर्देशों को ध्यान में रखते हुए, लखनऊ जिला अधिकारी ने जनपद के सभी थोक और फूटकर उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया है कि वे अपने उर्वरक केंद्र को सैनिटाइज जरूर करें. इसके साथ ही उर्वरक खरीदने आए किसानों को सबसे पहले सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने को कहें. इसके बाद ही पी.ओ.एस. मशीन में अंगूठा लगवाएं. इसके साथ ही यह निर्देश भी  दिया गया है कि इन आदेशों का सख्ती से पालन किया जाए. अगर इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती गई, तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.

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English Summary: Facility to sanitize fertilizer center for farmers
Published on: 22 March 2020, 12:51 PM IST

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