जिस तरह से इस समय कृषि (Agriculture) क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है निसंकोच आने वाले समय में यह क्षेत्र आसमान की उचाईयों को छुएगा. दरअसल, महात्मा गांधी बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, पाटन दुर्ग, छत्तीसगढ़ (Mahatma Gandhi University of Horticulture and Forestry, PatanDurg, Chhattisgarh) के लिए प्रथम कुलपति (First vice chancellor) नियुक्त किया गया है.
स्वावलंबी बनेगा छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh will become self-supporting)
जी हां, राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor AnusuiyaUikey) ने उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा (Greater Noida of GautamBudh Nagar, Uttar Pradesh) स्थित बागवानी प्रौद्योगिकी संस्थान (Horticultural Institute of Technology) के निदेशक डॉ. राम शंकर कुरील (Dr.Ram Shankar Kuril) को पहला कुलपति (First vice chancellor) नियुक्त किया है.
गांधी जी के ग्राम स्वरोजगार (Gandhi's village self-employment) के माध्यम से ग्रामीण स्वरोजगार विकसित कर छत्तीसगढ़ (Chhatisgarh) को स्वावलंबी बनाने का सपना इस विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य होगा.
मिलेगा रोजगार, बढ़ेगी उन्नति (Will get employment, progress will increase)
डॉ. कुरील का कार्यकाल, परिलब्धियां और सेवा की शर्तें विश्वविद्यालय अधिनियम और विधियों में निहित प्रावधानों के अनुसार होंगी.
राजधानी रायपुर से सटे दुर्ग जिले के पाटन प्रखंड (Patan block of Durg district adjoining Raipur) के अंतर्गत ग्राम संकरा में महात्मा गांधी बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय (Mahatma Gandhi University of Horticulture and Forestry) का विस्तार किया जा रहा है.
यहां करीब 55 करोड़ रुपए की लागत से विवि का भवन तैयार किया जा रहा है. इसके लिए यहां विशेष कार्याधिकारी डॉ. अजय वर्मा (Executive Officer Dr.Ajay Verma) को पहले ही नियुक्त किया जा चुका है. साथ ही इससे रोजगार भी बढ़ेगा.
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विश्वविद्यालय की सुर्खियां (University highlights)
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उल्लेखनीय यह राज्य का पहला बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय है.
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आज के समय में इस विश्वविद्यालय में हर साल लगभग 600 स्नातक, 100 स्नातकोत्तर और 50 पीएचडी छात्रों को दाखिला दिया जाएगा.
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राज्य सरकार की मंशा है कि इस विश्वविद्यालय के माध्यम से किसान सीधे कृषि उद्योगों से जुड़ेंगे जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और रोजगार के भी अवसर में बढ़ोतरी होगी.
सरकार की पहल (Government Initiatives)
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister BhupeshBaghel) के विधानसभा क्षेत्र के ग्राम शंकरा में लगभग 90 एकड़ भूमि में विकसित किये जाने वाले विश्वविद्यालय परिसर का भू-सर्वेक्षण कराकर, जलापूर्ति, सड़क, बिजली, जल निकासी आदि की योजना बनाकर उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाओं का विकास किया जा रहा है.
यदि इस तरह से ही कृषि क्षेत्र को सबका सहयोग मिलता रहेगा तो भारत को विकासशील से विकसित देश में तब्दील होने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा.