Titar Farming: किसानों के लिए है बेहद फायदेमंद तीतर पालन, कम लागत में होगी मोटी कमाई ग्रीष्मकालीन फसलों का रकबा बढ़ा, 7.5% अधिक हुई बुवाई, बंपर उत्पादन होने का अनुमान Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 3 May, 2020 1:42 PM IST

इस साल प्याज का अच्छा उत्पादन हुआ है, लेकिन कोरोना और बढ़ते लॉकडाउन की वजह से प्याज के किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. अधिकतर मंडियां बंद हैं, जिससे खरीददार कम हो गए हैं. ऐसे में प्याज किसानों को अपनी फसल लागत से भी कम पर बेचनी पड़ रही है. दूसरी तरफ बेमौसम बारिश की वजह से पूरी फसल बर्बाद होने के आसार बढ़ गए हैं. इस साल किसान को प्याज का अच्छा उत्पादन मिला है, लेकिन फिर भी किसान वित्तीय संकट की ओर बढ़ रहा है. फिलहाल इस समस्या से अधिकतर किसान जूझ रहे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के जिले इंदौर में किसानों का बुरा हाल है.

6 से 7 रुपए प्रति किलो प्याज

किसानों की मानें, तो उन्होंने इस सप्ताह खरीददार न होने की वजह से प्याज की कीमत 6 से 7 रुपए प्रति किलो तय कर दी. बड़ी समस्या है कि ये कीमत किसानों की फसल में लगाई लागत से भी कम है. किसानों का कहना है कि फसल की लागत 8 से 9 रुपए प्रति किलो है, मगर इस वक्त हमारे पास कोई और रास्ता ही नहीं बचा है. ऐसे में मजबूरन इस कीमत पर फसल बेचनी पड़ रही हैं. किसान के पास के पास केवल दो ही विकल्प बचे हैं. पहला जिस कीमत पर फसल बिक रही है, उस पर अपनी फसल बेच दें, दूसरा एक बार फिर अपनी फसल को बर्बाद होते देखें.

क्यों हो रहा किसानों को नुकसान?

किसानों की मानें, तो लॉकडाउन के बीच बिचौलियों की मौजदूगी बढ़ती गई, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है. इस स्थिति का बिचौलियों ने जमकर फायदा उठाया है. अधिकतर किसानों के पास खेतों में भंडारण की सुविधा नहीं है, जो कि उन्हें फसल कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर कर रही है. किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि उनकी फसल सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचे. इसके साथ ही बिचौलियों पर रोक लगाई जाए.

ये खबर भी पढ़ें: Jan Dhan Account: महिला जनधन खाताधारकों को इस दिन से मिलेगी 500 रुपए की दूसरी किस्त, जानें इस बार कैसे निकालें राशि

English Summary: Due to the corona and lockdown, onion farmers are forced to sell the crop for 6 to 7 rupees
Published on: 03 May 2020, 01:46 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now