बदलते समय के साथ किसानों ने ड्रोन टेक्नोलॉजी (Drone Technology) को अपनाना शुरू कर दिया है. अब ड्रोन सिर्फ खिलौने की तरह नहीं, बल्कि इसका इस्तेमाल कृषि क्षेत्र (Agriculture) में भी हो रहा है. ड्रोन टेक्नोलॉजी किसानों का कई मामलों में काम आसान कर सकता है.
जी हां, इसी संदर्भ में ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) ने किसानों को आश्वासन दिया है कि वह एक डीम्ड यूनिवर्सिटी सस्त्र (Deemed University Shastra) की सहायता से किसानों की समस्याओं का समाधान कर सकता है.
ONGC ने किसानों को दिया बढ़ावा (ONGC gave a boost to farmers)
यह आश्वासन ONGC और सस्त्र-प्रौद्योगिकी बिजनेस इनक्यूबेशन (Arms-Technology Business Incubation) केंद्र के साथ हाल ही में चार दिवसीय मुफ्त प्रशिक्षण कार्यक्रम (free training program) आयोजित किया गया. बता दें कि इसका उद्देश्य जैविक खेती के लाभों को प्रेरित करना, शिक्षित करना, उपज में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग और इस तरह कृषि कार्यों से अधिक आय प्राप्त करना है.
एडवांस होंगे किसान (Farmers will be advance)
इस तरह से कार्यक्रम को डिजाइन किया गया था कि जैविक खेती (Organic Farming), आजीविका के लिए हर्बल दवा (Herbal Medicines) और खेती में आधुनिक तकनीक (Advance Technology in Agriculture) को शामिल किया जाए.
इसमें भाग लेने वाले लोगों को जैविक खेती गतिविधियों को समझने, अनुभव करने और उनका पता लगाने के लिए पुदुकोट्टई जिले के कीरनूर (Kurnoor in Pudukottai District) में एक जैविक खेत में ले जाया गया.
ड्रोन टेक्नोलॉजी क्यों है खास (Why is Drone Technology Special?)
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसानों को सस्त्र-टीबीआई केंद्र ले जाया गया. जहां उर्वरक/कीटनाशक (fertilizers/pesticides) के छिड़काव के लिए ड्रोन (Drone) के उपयोग और जल प्रबंधन और मिट्टी परीक्षण (Water Management and Soil Testing) के लिए आईओटी के बारे में बताया गया. इसके अलावा, किसानों को खाद्य प्रौद्योगिकी क्षेत्र में व्यावसायिक संभावनाओं के बारे में बताने के लिए राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान तंजावुर में ले जाया गया.
यह भी पढ़ें: 'फ्लाइंग फार्मर' ड्रोन है मल्टीटास्कर, किसानों का काम करेगा आसान
इस चर्चा के दौरान किसानों ने अपने सामने आने वाली विभिन्न समस्याओं के साथ मुद्दों के समाधान की सूची बनायी. इसी के चलते ओएनजीसी और सस्त्र ने मुद्दों का समाधान करने का आश्वासन दिया साथ ही इस पहल के माध्यम से किसानों के कल्याण का ध्यान रखा जाएगा.
ड्रोन तकनीक कैसे बदल रही है कृषि उद्योग? (How drone technology changing agriculture industry?)
ड्रोन से खेतों में पानी और फ़र्टिलाइज़र का छिड़काव (Drone spraying water and fertilizer) कर सकते हैं, जिससे कृषि में काफी मदद मिल सकती है और उत्पादन की मात्रा बढ़ सकती है. कृषि में ड्रोन के जरिये फसलों, पशुधन की निगरानी, सिंचाई प्रबंधन और अन्य चीज़ें शामिल हैं. वहीं ड्रोनफ्लाई का अनुमान है कि ड्रोन मैन्युअल रूप से 40-60 गुना तेजी से उर्वरक स्प्रे कर सकते हैं.