आए दिन केंद्र सरकार व राज्य सरकार देश के किसानों की कृषि लागत कम करने के लिए किसानों की सहायता करती रहती है. इसी कड़ी में हरियाणा सरकार राज्य के किसानों को मुफ्त हरी खाद यानी ढैंचा बीज उपलब्ध करवा रही है. इसका लाभ लेने के लिए आवेदन की तारीख सरकार ने बढ़ा दी हैं.
कब तक किसान कर सकते है आवेदन (What is the last date of application?)
ढैंचा बीज के लिए आवेदन की तारीख अब 25 अप्रैल कर दी गई है. ऐसे में किसान भाई 25 अप्रैल से पहले इसके लिए आवेदन कर ले नहीं तो इसके बाद पोर्टल बंद हो जाएगा. इसके लिए उन्हें मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा. इसके बाद आपको ये बीज हरियाणा बीज विकास निगम के किसी भी बिक्री केन्द्रों से मिल जायेगा. हां इसके लिए आपके पास जरूर दस्तावेज जैसे- आधार कार्ड, वोटर कार्ड या किसान क्रेडिट कार्ड होना आवश्यक है.
क्या सच में हरियाणा सरकार ढैंचा बीज मुफ्त दे रही हैं? (Is Haryana government really giving free seeds?)
दरअसल,हरियाणा सरकार इसे खरीदने के लिए 80 प्रतिशत अनुदान दे रही है. इसके तहत कृषि विभाग किसानों को एक हजार क्विंटल ढैंचा बीज खरीदने पर 80 प्रतिशत पैसा दे रही है. मतलब साफ है कि इसकी खरीद पर किसानों को मात्र 20 प्रतिशत पैसा ही देना होगा. इसके साथ ही इसके तहत एक किसान अधिकतम 120 किलोग्राम बीज ले सकता है यानि एक किसान को 10 एकड़ के जमीन का बीज अनुदान पर मिल जायेगा.
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सरकार का उद्देश्य क्या है?( What is the purpose of government?)
हरियाणा सरकार ने खरीफ 2022 के दौरान जमीन की सेहत सुधारने और कृषि लागत को कम करने के लिए ढैंचा बीज मुफ्त वितरण करने का निर्णय लिया है. इसके लिए सरकार ने 35,000 क्विंटल ढैंचा बीज वितरण का लक्ष्य रखा है. इसी के मद्देनजर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि समय रहते दिए गए लक्ष्यों को प्राप्त कर लें.
ढैंचा बीज क्या हैं?(What are Dhincha seeds?)
ढैंचा बीज को आप हरी खाद भी कह सकते हैं, क्योंकि यह बीज हरी खाद के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है.